लखनऊ: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर असम से जम्मू-कश्मीर के लिए निकाली गई ‘शान्ति सद्भावना साइकिल यात्रा’ को रवाना किया। इस मौके पर उन्होंने साइकिल यात्रा में चल रहे युवक-युवतियों से परिचय प्राप्त करते हुए उनके इस प्रयास की सराहना की। भेदभावमुक्त समाज बनाने, सभी वर्गों, जातियों एवं धर्मों में आपसी सद्भावना कायम करने तथा देश में मैत्री व एकता के संदेश को लेकर निकाली जा रही इस यात्रा की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि इससे समाज को प्रेरणा मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शान्ति सद्भावना साइकिल यात्रा के माध्यम से पर्यावरण के प्रति जागरूकता पैदा करने, लोगों को नशामुक्त बनाने एवं अहिंसा को बढ़ावा देने के लिए नौजवानों द्वारा किया जा रहा प्रयास काबिल-ए-तारीफ है। इस प्रकार का प्रयास प्रत्येक राज्य मंे किया जाना चाहिए।
ज्ञातव्य है कि सन् 2012 में सर्व सेवा संघ एवं गांधी शान्ति प्रतिष्ठान द्वारा अन्य गांधी विचार प्रणीत संस्थाओं के साथ कोकराझार में असम शान्ति यात्रा की शुरूआत की गई थी, जो काफी सफल रही। इसे ध्यान में रखते हुए सर्वसेवा संघ द्वारा अन्य गांधीवादी संस्थाओं के सहयोग से मोहब्बत का पैग़ाम लेकर
03 सितम्बर, 2016 से कोकराझार से यात्रा शुरू की गई। यह साइकिल यात्रा असम, पश्चिम बंगाल और बिहार होते हुए आज लखनऊ पहुंची, जहां मुख्यमंत्री ने अपने आवास से रवाना किया। यह यात्रा उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब होते हुए जम्मू-कश्मीर पहुंचेगी। लगभग 60 दिनों तक चलने वाली इस यात्रा में विभिन्न धर्मों, सम्प्रदायों एवं जातियों के 25 युवा साइकिल चला रहे हैं। इनके साथ अनुभवी सर्वोदय कार्यकर्ता एवं प्रबुद्ध विचारक भी वाहनों द्वारा चल रहे हैं।