अहमदाबाद: अहमदाबाद का सबसे बड़ा अस्‍पताल है वी एस अस्‍पताल. कोई भी बिमारी हो, शहर के लोग यहां आते हैं. ये अस्पताल अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉरपोरेशन द्वारा चलाया जाता है.

लेकिन फिलहाल यहां इसी अस्‍पताल के 4 डॉक्‍टर भर्ती हैं जिनमें डेंगू के लक्षण पाए गए हैं. पिछले दो महिनों में यहां के 25 डॉक्टरों को ही डेंगू के इलाज के लिए यहां दाखिल किया गया है. ज्यादातर का इलाज हो चुका है लेकिन नए मामले सामने आते ही जा रहे हैं.

प्रशासन ने जांच की तो पता चला कि रेजिडेंट डॉक्‍टर्स अपने कमरों में गर्मी से निजात पाने के लिए वॉटर कूलर और एसी लगाते है. इनका पानी जमा होता है तो डेंगू के मच्छरों को अंडे देने के लिए उपयुक्त माहौल मिल जाता है. ऐसे ही पानी में ये मच्छर पनपते हैं. अब ऐसे डॉक्टरों को अस्‍पताल प्रशासन नोटिस दे रहा है. लेकिन डॉक्टर कहते हैं कि मच्छर पर तो किसी का जोर नहीं है.

पूरे शहर में डेंगू का हड़कम्प मचा है. इसी साल शहर में डेंगू और मलेरिया के 9000 से ज्यादा मामले सामने आए हैं और पांच लोगों की मौत भी हो चुकी है. अब लोग जहां इलाज के लिए आते हैं वहां पर भी डेंगू का प्रकोप सामने आने से मेयर और म्युनिसिपल कमिश्नर भी दौरे पर आये. पिछले 10 दिनों से एक ऐक्शन प्लान बनाकर शहर में डेंगू को रोकने के लिए अभियान छेड़ रखा है लेकिन फिर भी अस्पताल मरीजों से पटे पड़े हैं.

शहर के मेयर गौतम शाह कहते हैं, 'लोग ही ध्यान नहीं रखते, प्रशासन करे तो क्या करे.' उनके मुताबिक डेंगू का कहर सबसे ज्यादा सुखी इलाकों में है जहां ज्यादातर पैसेवाले लोग रहते हैं. वो ये सोचते हैं इससे कुछ नहीं होगा और ये जानते हुए कि डेंगू खतरनाक है, फिर भी वो अपने घर में मलेरिया विभाग के लोगों को जांच करने की इजाजत नहीं देते हैं, ऐसा शाह का आरोप है. लेकिन शहर में बढ़ रही मौतों से बेहद जरूरी है कि पानी जमान नहीं होने दिया जाना चाहिए जहां मच्छर के अंडे देने की सबसे ज्यादा संभावना है. साफ सफाई का कोई विकल्प नहीं है.