नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र महासभा में नवाज शरीफ ने एक बार फिर कश्मीर राग अलापा है। बुधवार रात UN में नवाज ने कहा कि कश्मीर के समाधान के बिना रिश्ते नहीं सुधरेंगे। इसके लिए बातचीत जरूरी है, लेकिन भारत शर्तें रखता है। पाकिस्तान खुद आतंकवाद से प्रभावित रहा है। इधर शरीफ के बयान पर भारत ने पलटवार किया है। MEA ने कहा है कि भारत की सिर्फ एक ही शर्त है कि पहले आतंकवाद खत्म करो। भारत ने कहा है कि उरी हमले पर नवाज चुप क्यों हैं। वे आतंकी बुरहान वानी का महिमामंडन कर रहे हैं।

यूएन में अपने भाषण में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा कि हम भारत से शांति चाहते हैं। ये सिर्फ बातचीत से ही संभव है। लेकिन भारत बातचीत के लिए शर्तें रखता है। भारतीय फौज कश्मीर में जुल्म करती है। नवाज ने आतंकी बुरहान वानी का भी जिक्र किया। नवाज ने कहा कि बुरहान शांति का चेहरा था, जिसे मार दिया गया। बुरहान शांतिपूर्ण आंदोलन का चेहरा था। कश्मीर की युवा पीढ़ी आजादी चाहती है। नवाज ने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ सबसे बड़ा अभियान छेड़ा था। आतंकवाद एक वैश्विक समस्या है। आतंकवाद की जड़ पर वार जरूरी है।

नवाज ने कहा कि अफगानिस्तान के तालिबान से बातचीत का रास्ता पाक ने ही सुझाया था। अफगानिस्तान में 35 सालों की अशांति का सीधा असर पाकिस्तान पर पड़ता है। पाकिस्तान भारत के साथ शांति चाहता है। हम सभी विवादों पर बातचीत चाहते हैं, लेकिन भारत ने ऐसी शर्तें थोपी जो स्वीकार्य नहीं हैं। बातचीत दोनों के हित में है। जम्मू-कश्मीर के मतभेद दूर करना जरूरी है। शांति और सुचारू रिश्ते कश्मीर के हल के बिना संभव नहीं है। कश्मीरियों की नई पीढ़ी भारत के अवैध कब्जे के खिलाफ उठ खड़ी हुई है। नवाज ने कहा कि भारत की फौज कश्मीर में जुल्म कर रही है। पैलेट गन के इस्तेमाल से वहां अब तक दर्जनों लोग अंधे हो गए हैं।

नवाज ने कहा कि कश्मीर में मानवाधिकारों के उल्लंघन के सारे सबूत पाकिस्तान यूएन को देगा। वहां कर्फ्यू लगाकर आजादी की आवाज को दबाया नहीं जा सकता। पाकिस्तान की ओर से मैं अवैध कत्लेआम पर स्वतंत्र जांच कमीशन और संयुक्त राष्ट्र की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी भेजने की मांग करता हूं। कश्मीर में जनमत संग्रह हो।

जम्मू-कश्मीर को फौज से मुक्त करवाने की पहल संयुक्त राष्ट्र करे। पाकिस्तान भारत के साथ हथियारों की रेस नहीं चाहता, लेकिन भारत ने हथियारों की तादाद तेजी से बढ़ाई है। ऐसे में हम भी चुप नहीं बैठ सकते। हालांकि पाकिस्तान भारत के साथ सैन्य टकराव नहीं चाहता। संयुक्त राष्ट्र महासभा के 71वें सत्र की शुरुआत 19 सितंबर से हो गई है। यह 26 सितंबर तक चलेगा।