लखनऊ। प्रदेश के संग ही राजधानी लखनऊ में पिछले तेरह सालों से पुस्तक संस्कृति को बढ़ावा देने के प्रयास में लगे देवराज अरोड़ा ने राष्ट्रीय पुस्तक मेले को नया कलेवर देते हुए अभिनव योजना के साथ ‘गागर में सागर’ नाम दिया है। इस वर्ष नालेज हब द्वारा आयोजित यह मेला 14 से 23 अक्टूबर तक राणाप्रताप मार्ग मोतीमहल लान में लगेगा। गागर में सागर के उद्घाटन के लिए मुख्यमंत्री को आमंत्रित किया गया है।
नई अवधारणा के पुस्तक मेले ‘गागर में सागर’ के बारे में जारी एक विज्ञप्ति में आयोजक देवराज अरोड़ा ने बताया कि मेले का लाभ बड़ों के साथ ही छोटे प्रकाशक भी ले सकें इसके लिए विशेष प्रारूप तैयार किया गया है। इससे जहां प्रकाशकों को नुकसान की कोई सम्भावना नहीं रह जाएगी वहीँ आम पुस्तक प्रेमियों को भी अधिक से अधिक छूट का लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि यह गागर में सागर मेला आधी आबादी अर्थात नारीशक्ति को समर्पित होगा। इन दृष्टि से पुस्तक मेले के सांस्कृतिक पण्डाल में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाली 11 महिलाओं को प्रशस्ति पत्र आदि देकर सम्मानित किया जाएगा। गागर में सागर में प्रतिदिन पुस्तक प्रेमी जहां प्रतिष्ठित साहित्यकारों से रूबरू होंगे वहीं, प्रतिदिन साहित्यिक आयोजनों के साथ पुस्तक विमोचन के कार्यक्रम चलेंगे। इसके अलावा कवि सम्मेलन-मुशायरे और बच्चों व युवाओं के लिए तीन आयुवर्गों में नृत्य-गायन आदि की अनेक रोचक प्रतियोगिताएं नियमित रूप से होंगी।