गोली लगने से घायल दोनो बदमाश लखनऊ रेफर

सुलतानपुर। आतंक का पर्याय बने पचास व पांच हजार के इनामिया बदमाशों कों पुलिस टीम ने मुठभेड़ के बाद गिरफतार कर लिया। पुलिस गोली से घायल बदमाशो को मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया है। फिरौती मांगने के बाद शातिर अपराधी की गिरफतारी के लिए एसटीएफ भी लगी हुई थी, लेकिन जिले की पुलिस इस बार बाजी मार गयी।

मंगलवार की देर रात मुखबिर नें क्राइम ब्रांच के दरोगा अभिषेक सिंह को सूचना दिया कि पचास हजार का इनामिया प्रतापगढ़ जिले के आशपुर निवासी मुलायम सिंह यादव व कादीपुर कोतवाली के पहाड़पुर निवासी बादल शुुक्ला चांदा से कादीपुर की तरफ जायंेगे। जिस पर क्राइम ब्रांच व चांदा एसओ डीके सिंह ने घेरा बंदी कर ली। पुलिस टीम के रोकने पर बदमाश भागने लगे। जिस पर पुलिस टीम ने पीछा करते हुए कादीपुर कोतवाल अनिल सोनकर को दे दी। रास्ते में पुलिस ने घेराबंदी की तो बदमाशो ने फायरिंग शुरू कर दी। अपने को घिरा देख बदमाश पुनः चांदा की तरफ लौट पड़े। शाहपुर जंगल मे घन्टो मुठभेड़ के बाद दोनो बदमाशो को गिरफतार किया गया। गोली लगने से घायल बदमाशों को कादीपुर स्वास्थ केंद्र पर ले जाया गया जहां पर डाक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल भेज दिया। जहां से दोनो को मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया।

ग़ौरतलब है बीते 10 जून को मुलायम सिंह यादव ने मोबाइल फोन से कोईरीपुर के भटठा व्यवसायी शशि बरनवाल से 5 लाख की फिरौती मांगी थी। फिरौती मांगे जाने के बाद जब आडिओ वायरल हुआ तो पुलिस गिरफतारी के लिए सक्रिय हो गयी थी। डीजीपी ने गिरफतारी के लिए 50 हजार का इनाम घोषित करते हुए एसटीएफ को लगाया था। कोईरीपुर में ही फिरौती के लिए दो सगें भाईयो की दिनदहाडे़ हत्या के बाद शशि बरनवाल से 5 लाख की फिरौती मांगी गयीे तो मुलायम सिंह यादव की गिरफतारी पुलिस के लिए चुनौती बन गयी थी। मोबाइल फोन इस्तेमाल नही करने की वजह से इसकी लोकेशन भी नही मिल रही थी। गिरफतारी के लिए एसपी पवन कुमार ने दरोगा अभिषेक सिंह को जिम्मेदारी सौंपी थी। मुलायम पर सुलतानपुर, जौनपुर, प्रतापगढ़ जिलो में हत्या, लूट, डकैती के 22 मुकदमे दर्ज है। जबकि बादल शुक्ला पर 16 मुकदमे ही दर्ज है।

अभी तक शातिर अपराधियों को पकड़ने में जिले की पुलिस नाकाम रही है। पंकज सिंह, सागर यादव और फहीम को एसटीएफ ने गिरफतार किया था। इस बार पुलिस ने मुलायम और बादल को जिले की पुलिस ने गिरफतार करने में सफलता हासिल किया है। इन दोनो ने इमान घोषित होने के बाद करौंदीेेकला में 20 हजार नगदी व मोबाइल की लूट किया था। पुलिस अधीक्षक पवन कुमार ने बताया कि मुलायम सिंह यादव की गिरफतारी के लिए पुलिस टीम लगायी गयी थी। जिन्हे मुठभेड़ के बाद गिरफतार किया गया है। पुलिस टीम को सम्मानित भी किया जायेगा।