नई दिल्ली: तमिलनाडु और कर्नाटक के बीच कावेरी नदी के पानी के बंटवारे को लेकर चल रहे विवाद में पिछले सप्ताह बेंगलुरू में तमिलनाडु के एक ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर की 42 बसों में आग लगा दी गई थी. आगजनी में शामिल 22 वर्षीय महिला की मां ने इस काम के लिए एक प्लेट बिरयानी और 100 रुपये का लालच दिए जाने की बात कही है.

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार बेंगलुरू में 12 सितंबर को हुई आगजनी के बाद गिरफ्तार किए गए 11 संदिग्ध लोगों में सी भाग्या नाम की महिला भी शामिल है. भाग्या की मां येलम्मा ने मीडिया को बताया कि प्रदर्शन में शामिल होने के लिए उनकी बेटी को उनके दोस्तों ने 100 रुपये और एक प्लेट मटन बिरयानी का लालच दिया था. बेंगलुरू के गिरिनगर इलाके में अपने माता-पिता के साथ रहने वाली भाग्या मजदूरी करती हैं.

तमिलनाडु की केपीएन ट्रांसपोर्ट कंपनी की बसों में भाग्या और उसके साथियों ने आगजनी की थी और कर्मचारियों को जलाने की धमकी भी दी थी. गैरेज में लगे सीसीटीवी कैमरों और ट्रांसपोर्ट कंपनी के एक कर्मचारी द्वारा मोबाइल में बनाए वीडियो में भाग्या और उसके साथी आग लगाते हुए
दिख रहे हैं. पुलिस का कहना है कि फुटेज में अन्य महिलाएं भी दिख रही हैं पर यह साफ नहीं कहा जा सकता कि आगजनी में उनकी क्या भूमिका थी.

बेंगलुरू में 12 सितंबर को हुई हिंसा के बाद अलग-अलग मामलों में करीब 400 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. भाग्या को पूछताछ के लिए हिरासत में रखा गया है. हालांकि पुलिस का यह भी कहना है कि यह साफ नहीं है कि केपीएन के गैरेज में आग लगाने वाली भीड़ की मुखिया भाग्या ही थी, लेकिन यह कहा जा सकता है कि वह उस भीड़ का हिस्सा थी.