लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि सत्ता में आने के बाद समाजवादी सरकार जनता से किए वायदों को गम्भीरता से पूरा करने के प्रयास में लगी रही। इस दौरान विकास परियोजनाओं को समय से पूरा कराने एवं जनकल्याणकारी योजनाओं को सही ढंग से लागू कराने के प्रयास किए गए। जनपद मुख्यालयों को 04 लेन की सड़कों से जोड़ने, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे को कम से कम समय में पूरा कराने एवं लखनऊ मेट्रो रेल परियोजना सहित अन्य कई नगरों में मेट्रो रेल परियोजनाओं पर काम करने को प्राथमिकता दी गई।
मुख्यमंत्री आज यहां एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में पूछे गए विभिन्न प्रश्नों का उत्तर दे रहे थे। इस मौके पर उन्होंने बताया कि लखनऊ नगर में एच0सी0एल0 द्वारा प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित किया गया, जिसमें प्रदेश के नौजवानों को अपना कॅरियर बनाने का मौका मिल रहा है। प्रदेश के अधिकांश लोग कैंसर के इलाज के लिए देश के बड़े शहरों में जाने के लिए बाध्य होते हैं। इसको देखते हुए चक गंजरिया में कैंसर इंस्टीट्यूट की स्थापना का काम तेजी से चल रहा है, जिससे लोगों को उच्चस्तरीय इलाज की सुविधा प्रदेश में ही मिल सके। अब तक करीब 18 लाख छात्र-छात्राओं को निःशुल्क लैपटाॅप बांटकर डिजिटल समाजवाद लाने का प्रयास किया गया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का मुखिया होने के नाते उन्होंने अपनी जिम्मेदारी के निर्वहन में एक-एक क्षण का सदुपयोग किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी सरकार द्वारा किए गए कार्यों की तुलना यदि प्रदेश की पिछली सरकार के साथ की जाए तो स्पष्ट हो जाएगा कि पूर्ववर्ती सरकार के दौरान जनता की भलाई के लिए कोई ऐसा काम नहीं किया गया, जिसे याद किया जा सके। लेकिन वर्तमान राज्य सरकार के कार्यकाल में कई ऐसी परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं या पूरी होने के करीब हैं, जिन्हें न केवल भविष्य में याद किया जाएगा, बल्कि इन परियोजनाओं से प्रदेश का आर्थिक परिदृश्य बदल जाएगा। वर्तमान राज्य द्वारा स्थापित कराए जा रहे राजकीय मेडिकल काॅलेजों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इनकी स्थापना से एम0बी0बी0एस0 की सीटों में बढ़ोत्तरी हुई है और प्रदेश की जनता को इलाज की बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं।
श्री यादव ने कहा कि भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने एवं सरकारी योजनाओं से बिचैलियों की भूमिका को समाप्त करने के लिए तकनीक को बढ़ावा दिया गया। कन्या विद्या धन योजना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पहले लाभार्थियों को आय प्रमाण-पत्र बनवाने में कठिनाई होती थी। इसलिए इस योजना के पात्र लाभार्थियों की शर्तों में परिवर्तन कर दिया गया। इसी प्रकार निःशुल्क लैपटाॅप योजना को पूरी तरह से भ्रष्टाचार रहित ढंग से लागू किया गया। समाजवादी पेंशन योजना के 55 लाख लाभार्थियों के बैंक खाते में सीधे धनराशि प्रेषित की जा रही है। किसानों को मिलने वाले अनुदान को भी डी0बी0टी0 के माध्यम से उनके बैंक खाते में प्रेषित किया जा रहा है। इसी प्रकार से अन्य कई ऐसे काम किए गए हैं, जिनसे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा है। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों को विभिन्न राजकीय योजनाओं में 20 फीसदी तक का लाभ अनिवार्य रूप से मिल रहा है।
भविष्य की योजनाओं की संक्षिप्त जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे की तरह ही लखनऊ से बलिया तक समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण कराया जाएगा। भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर घोषणा पत्र तैयार किया जाएगा, जिसमें प्रदेश की नौजवान आबादी के लिए रोजगार की व्यवस्था करने तथा प्रदेश के अन्य बड़े नगरों में मेट्रो रेल परियोजना को संचालित करने जैसी व्यवस्थाएं भी शामिल होंगी। समाजवादी स्मार्ट फोन योजना की जरूरत का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सरकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए बजट में धनराशि की व्यवस्था करती है। इसी तरह से यदि जनता को स्मार्ट फोन उपलब्ध कराए दिए जाएं तो प्रदेश के दूर-दराज के इलाकों में सरकारी योजनाओं की सीधी जानकारी जनता को मिल सकेगी। इसके साथ ही, उनकी कठिनाइयों एवं स्थानीय स्तर पर राजकीय योजनाओं एवं परियोजनाओं का अद्यतन फीडबैक भी राज्य सरकार को मिल सकेगा।
प्रदेश में आपराधिक घटनाओं के सम्बन्ध में पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए श्री यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश एक बड़ा राज्य है। कई बार घटनाएं परिवार के सदस्यों के बीच या अप्रत्याशित रूप से विभिन्न सामाजिक कारणों से हो जाती हैं। लेकिन ऐसी घटनाओं के होने के बाद सरकार द्वारा उठाए गए कदम से आकलन किया जाना चाहिए। उन्होंने बुलन्दशहर की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि इसके तुरन्त बाद सख्त कार्रवाई की गयी। उन्होंने कहा कि कई बार घटनाओं की तथ्यात्मक जानकारी के बिना ही सरकार को बदनाम करने का प्रयास किया जाता है, जो ठीक नहीं है।
अपराध को प्रभावी ढंग से रोकने, प्राथमिकी दर्ज कराने एवं मौके पर पुलिस के पहुंचने के लिए किए जा रहे प्रयासों की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस साल अक्टूबर से राज्य सरकार डायल-100 योजना शुरू करने जा रही है। इस योजना के शुरू होने के बाद एम्बुलेंस सेवा की तरह मौके पर पुलिस 10 से 15 मिनट में पहुंच जाएगी। इसके लिए सभी आवश्यक संसाधन पुलिस विभाग को उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उन्होंने ‘1090’ विमेन पावर लाइन की सफलता का उल्लेख करते हुए कहा कि अब तक इस व्यवस्था से करीब 06 लाख छात्राओं एवं महिलाओं को मदद मिल चुकी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों के फलस्वरूप प्रदेश को लेकर लोगों की धारणा में काफी परिवर्तन आया है। इसीलिए प्रदेश में निजी उद्यमी निवेश के लिए आगे आ रहे हैं। अकेले आगरा नगर में ही विभिन्न दर्जे के होटलों में 06 हजार कमरों की वृद्धि हुई है। प्रदेश में आने वाले देशी एवं विदेशी पर्यटकों की संख्या भी तेजी से बढ़ी है। ऐसा बिना बेहतर कानून-व्यवस्था और पर्याप्त आधारभूत सुविधाओं एवं कार्य करने की उचित परिस्थिति के बिना सम्भव नहीं है।
श्री यादव ने कहा कि समाजवादियों से अधिक कोई किसानों का हितैषी नहीं हो सकता है। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के लिए किसानों द्वारा उपलब्ध करायी गयी भूमि की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि प्रचलित दर से चार गुना अधिक भूमि की लागत किसानों को दी गई। भूमि विकास बैंक के किसानों के 50 हजार रुपए तक के कर्ज माफ किए गए। कृषक दुर्घटना बीमा योजना के माध्यम से हजारों किसान परिवारों को राज्य सरकार ने राहत पहुंचायी। सरकारी संसाधनों से मुफ्त सिंचाई की व्यवस्था की गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के विकास कार्यों का असर प्रदेश की समृद्धि पर दिखने लगा है। विकास दर तेजी से बढ़ रही है। कई रोजगारपरक योजनाओं के माध्यम से लोगों की क्रय शक्ति बढ़ी है। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार के कार्यों को देखते हुए प्रदेश की जनता भविष्य में मौका प्रदान करने का मन बना चुकी है, जिससे वर्तमान में संचालित विकास कार्यों एवं जनकल्याणकारी योजनाओं को और अधिक बेहतर ढंग से लागू किया जा सके।