लखनऊ: बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने प्रदेश में विधानसभा आमचुनाव से ठीक पहले घोर भ्रष्टाचार के आरोप में दो मंत्रियों की बर्ख़ास्तगी को ‘‘दिखावटी ड्रामेबाज़ी‘‘ करार देते हुये कहा कि इस प्रकार की कार्रवाईयों से अकण्ठ भ्रष्टाचार में डूबी वर्तमान सपा सरकार का महापाप कम होने वाला नहीं हैं और ना ही प्रदेश की हर प्रकार से त्रस्त जनता इनके इस प्रकार के बहकाने में आने वाली है।
वर्तमान सपा सरकार में खनन मंत्री गायत्री प्रजापति व पंचायती राज मंत्री राज किशोर सिंह की कल शाम की गयी बर्ख़ास्तगी पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये मायावती ने आज यहाँ जारी एक बयान में कहा कि वर्तमान सपा सरकार के बारे में अराजकता व जंगलराज आदि के कारण लोगों का जीवन तो बेहाल है ही, परन्तु हर स्तर पर व्यापक भ्रष्टाचार के बारे में यह सरकार काफी ज़्यादा चर्चाओं में रही है। फिर भी भ्रष्टाचार में लिप्त मंत्रियों व नेताओं को इस सपा सरकार के विभिन्न मठाधीश लगातार हर प्रकार से उसी प्रकार का संरक्षण देते रहे हैं जैसाकि इस पार्टी के सरकार में गुण्डों, माफियाओं, अराजक व असमाजिक तत्वों को देते रहे हैं व उन्हें जेल की सलाखों के पीछे जाने से बचाते रहे हैं। और अब जबकि सपा सरकार लगभग साढ़े चार वर्षों के अपने कार्यकाल में बेतहाशा लूट-खसोट कर चुकी है और यहाँ आमचुनाव काफी नज़दीक है तो आमजनता को वरग़लाने की नीयत से ऐसी दिखावटी कार्रवाई की गयी है। परन्तु प्रश्न यह उठता है कि इस सपा सरकार में भ्रष्टाचार मंत्रियों की कोई कमी है क्या? लगभग हर मंत्रियों के भ्रष्टाचार व दबंगई एवं गुण्डई के चर्चे जनता में आम हैं तथा कई मंत्रियों के खिलाफ विभिन्न प्रकार के जाँच के मामले लम्बित रखे गये हैं और कई मंत्रियों के खिलाफ लोकायुक्त आदि की जाँच रिपोर्ट को दबाकर रख दिया गया है, जिसके बारे में बार-बार राज्यपाल महोदय का ध्यान भी आकृष्ट कराया गया है।
इसके साथ ही भ्रष्टाचार के आरोपी मंत्रियों की बर्ख़ास्तगी के बारे में सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव का यह कहना है कि ’उन्हें कुछ पता नहीं है’, वास्तव में इस सपा सरकार की ज़बर्दस्त कमियों व बुराइयों को छिपाने हेतु बाप-बेटे की कोशिश है व ‘‘दिखावटी ड्रामेबाजी‘‘ है, यह यहाँ की आमजनता ख़ूब अच्छी तरह से समझती है।