हांगझोउ: जी20 समिट से पहले भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी चिनफ़िंग से मुलाक़ात हुई. पिछले तीन महीने में दोनों नेताओं के बीच ये दूसरी मुलाक़ात है.

माना जा रहा है कि दोनों नेताओं की मुलाक़ात में पीएम मोदी ने न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप यानी NSG में भारत की सदस्यता पर चीन के विरोध के साथ-साथ China-Pakistan Economic Corridor यानी CPEC का भी मसला उठाया होगा. चीन और पाक के बीच बन रहा चाइना पाकिस्तान इकॉनमिक कॉरिडोर पीओके (PoK) से होकर गुज़रता है, जिस पर भारत की आपत्ति है. पीएम मोदी आज से शुरू हो रहे G-20 सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए चीन पहुंचे हैं. G-20 ग्रुप के 20 देशों के शीर्ष नेता इस सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं.

जी20 के नेताओं की बैठक से इतर मोदी और शी के बीच की यह बैठक आज सुबह हांगझोउ वेस्ट लेक स्टेट गेस्टहाउस में हुई. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट किया, ‘हांगझोउ में पहली बैठक मेजबान के साथ हो रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात की.’’

दोनों नेताओं के बीच यह बैठक कई विवादित मुद्दों की पृष्ठभूमि में हुई है. इन दोनों नेताओं की पिछली मुलाकात ताशकंद में जून में आयोजित हुए शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक के दौरान हुई थी. इनकी अगली बैठक अगले माह गोवा में आयोजित होने ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान होगी.

जी-20 सम्मेलन में भारत आतंकवाद के वित्तपोषण को रोकने और कर चोरी रोकने समेत कई मुद्दे उठा सकता है. सम्मेलन से इतर मोदी चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक की बात पहले ही तय थी. पीएम मोदी ब्रिक्स के नेताओं की एक बैठक में हिस्सा लेंगे.

आज और कल यानी चार-पांच सितंबर को वहां जी-20 के सम्मेलन में भाग लेने के बाद प्रधानमंत्री 5 सितंबर को ही भारत लौटेंगे और फिर वार्षिक भारत-आसियान और पूर्वी एशिया सम्मेलन में शामिल होने के लिए दो दिन की लाओस यात्रा पर जाएंगे.