10 मीटर राइफल स्पर्धा में चौथे स्थान पर रहे

रियो डि जेनेरो: ओलिंपिक खेलों में भारत के लिए स्वर्ण जीतने वाले एकमात्र खिलाड़ी अभिनव बिंद्रा रियो ओलिंपिक की 10 मीटर राइफल स्पर्धा में चौथे स्थान पर रहे और पदक से चूक गए। करियर के आखिरी ओलिंपिक में पदक के इतने करीब आकर चूकने के बाद बिंद्रा ने आईएएनएस से कहा, "मेरा निशानेबाजी करियर यहीं खत्म होता है, यहां तक कि शौकिया निशानेबाजी भी यहीं से खत्म होती है।"

स्पर्धा के एक घंटे बाद बिंद्रा ने पत्रकारों से बातचीत की और उनके सवालों के जवाब दिए। बिंद्रा ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि वह भविष्य में क्या करने वाले हैं, लेकिन निश्चित तौर पर निशानेबाजी का उनके आने वाले कल में कोई स्थान नहीं है, यहां तक कि शौकिया तौर पर भी वह निशानेबाजी नहीं करने वाले। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ किया, लेकिन पदक नहीं जीत सके।

जब उनसे पूछा गया कि घर पर शौकिया तौर पर तो वह निशानेबाजी करते ही रहेंगे तो उन्होंने कहा, "मैं अपने घर के पिछले हिस्से में बने शूटिंग रेंज में अब सब्जियां उगाने वाला हूं।" इसपर जब उनसे पूछा गया कि क्या वह इस बारे में गंभीर हैं तो उन्होंने कहा, "क्या मैं आपको गंभीर व्यक्ति नजर नहीं आता?"

जब अभिनव बिंद्रा से पूछा गया कि क्या वह खुद को कुछ ज्यादा ही सख्त दिखाने की कोशिश कर रहे हैं तो उन्होंने कहा, "और मैं कर भी क्या सकता हूं। आप मुझसे क्या चाहते हैं, क्या मैं रोना शुरू कर दूं? जी हां, मैंने ठीक-ठाक प्रदर्शन किया।"
टेलीविजन चैनलों के कैमरे न होने के कारण शूटिंग अरेना के ठीक बाहर बिंद्रा बड़े सहज नजर आ रहे थे और अखबारों के पत्रकारों के साथ हंसी-मजाक भी कर रहे थे।