नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से एक और संवदेनहीनता का मामला सामने आया है। बुलंदशहर गैंगरेप केस पर आयोजित प्रेस कॉन्फेंस में आईजी मेरठ जोन सुजीत कुमार पांडेय ने पीड़ित परिवार की पहचान उजागर ही नहीं की बल्कि उसे कैमरे सामने भी पेश किया। दरअसल, बुलंदशहर गैंगरेप कांड पर आज उत्तर प्रदेश पुलिस के आईजी मेरठ जोन मीडिया के सामने आए।
इस प्रेस मकसद था इस मामले में गिरफ्तार किए गए मुख्य आरोपी समेत 6 लोगों के बारे में पुलिस के ऑपरेशन के बारे में मीडिया को बताना, लेकिन इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने पीड़ित परिवार की पहचान उजागर कर दी। उन्होंने पीड़ित के पिता का नाम ले लिया जबकि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के मुताबिक यौन शोषण पीड़ित की पहचान नहीं उजागर की जा सकती है।

यूपी पुलिस ने बुलंदशहर गैंगरेप के मुख्य आरोपी सलीम बावरिया समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने बावरिया को राजस्थान से पकड़ा है। इस केस को लेकर यूपी पुलिस आज अहम खुलासा कर सकती है। बताया जा रहा है कि पीड़ित परिवार ने बावरिया गैंग की पहचान कर ली है।
गौरतलब है कि 29 जुलाई की रात हाईवे-91 पर नोएडा से शाहजहांपुर जाते समय कार सवार परिवार को बंधक बनाकर लूटपाट की गई और मां-बेटी के साथ ग किया गया।