केवाईसी प्रक्रिया को सरल बनाने की भारत सरकार की अपूर्व पहल

सेन्ट्रल नो यूअर कस्टमर्स (सीकेवाईसी) रिकॉर्ड रजिस्ट्री के साथ भारत की KYC प्रक्रिया एक महत्वपूर्ण बदलाव से गुजरेगी। निवेशकों और अन्य व्यक्तियों को सीकेवाईसी रिकॉर्ड रजिस्ट्री को लाभ मिलेगा क्योंकि यह एकसमान केवाईसी प्रक्रिया और केवाईसी रिकॉर्ड्स की संपूर्ण वित्तीय क्षेत्र में अंतर.उपयोगिता को आश्वस्त करेगी। सीकेवाईसी के कारण सभी वित्तीय संस्थाओं और ग्राहकों के लिए लागत में भारी बचत होगी।
भारत सरकार का एक उपक्रम सेंट्रल रजिस्ट्री ऑफ सिक्युरिटाईजेशन असेट रीकन्सट्रक्शन एंड सिक्युरिटी इंटरेस्ट ऑफ इंडिया को सीकेवाईसी रजिस्ट्री के रखरखाव की जिम्मेदारी दी गई थी जबकि DotExइंटरनेशनल लिमिटेड सीकेवाईसी के परिचालन के रखरखाव के लिए प्रबंधित.सेवा प्रदाता के साथ ही सीइआरएसएआई की ओर से हेल्प डेक्स भी देखेगा।
सीकेवाईसी में, निवेशकों को उनके केवाईसी विवरण/दस्तावेज केवल एक बार किसी भी वित्तीय संस्थान में जमा करने की आवश्यकता होगी। इसके बाद उन्हें यूनिक सेंट्रल केवाईसी नंबर दिया जाएगा जिसका उपयोग बैंक खातोंए एमएफ निवेशों, बीमा पॉलिसियों, नई पेंशन प्रणाली निवेश, डीमैट खातों, ब्रोकिंग के खातों जैसे संपूर्ण वित्तीय उत्पादों के लिए किया जा सकेगा।
केंद्रीकृत रिपॉजिटरी के अब क्रियाशील होने से, वित्तीय संस्थान जिन ग्राहकों के केवाईसी डेटा अपलोड हो चुके हैंए उन केवाईसी रिकॉर्ड्स उनतक पहुँच सकेंगे और उनको सत्यापित कर सकेंगे। अन्य वित्तीय संस्थानों को केवाईसी प्रक्रिया दोहराने की आवश्यकता नहीं होगी। इसके अतिरिक्त सीकेवाईसी से उन समस्याओं का समाधान भी होगा जिनका सामना वित्तीय संस्थानों और इंटरमिडियरीज़ को वर्तमान में सेबी के अंतर्गत विविध केआरएज़ से निपटने में करना पड़ता है।
श्री मोहम्मद मुस्तफा, जॉइंट सेक्रेटरी, डिपार्टमेंट ऑफ फायनेंशियल सर्विसेज़ ने कहा, 'इस महत्वाकांक्षी और अप्रतिम प्रोजेक्ट की घोषणा बजट में की गई थी और आशा है कि इससे वित्तीय संस्थानों और ग्राहकों की बड़ी सहायता होगी जो कि वर्तमान में विभिन्न वित्तीय संस्थानों की विविध केवाईसी प्रक्रियाओं को पूरी करते हैं। साथ ही सीकेवाईसी आश्वस्त करेगा कि सभी वित्तीय संस्थानों के लिए एकसमान केवाईसी प्रक्रिया हो जिसके परिणामतर: वित्तीय संस्थानों और ग्राहकों के लिए लागत में बड़ी बचत होगी।'
सीकेवाईसी से लागत में महत्वपूर्ण बचत होने के साथ तेजी से बदलाव करने में सहायता मिलेगी जिससे प्रति अपलोडए डाउनलोड या अपडेट की औसत लागत करीब 1 रुपये होगी। मुकेश अगरवाल सीईओए डॉटेक्स इंटरनेशनल लिमिटेड वर्तमान में एमएफ्स और प्रतिभूति बाजार इंटरमीडियरीज़ प्रति केवाईसी के लिए करीब 20.35 रुपये का भुगतान करते हैं।

सीकेवाईसी रजिस्ट्री के पास प्रतिलिपिकरण से बचाव के लिए मजबूत तंत्र है जिससे ये सुनिश्चित होगा कि सीकेवाईसी आईडी की प्रतिलिपि जारी नहीं हो सके। यदि केवाईसी रिकॉर्ड पहले से ही उपलब्ध हो या कोई पृथक आईडी प्रूफ के विवरण के साथ आवेदन करता है तो रजिस्ट्री अन्य डेमोग्राफिक विवरणों के उपयोग से संबद्ध वित्तीय संस्थान को सूचना दे सकेगी। प्रतिलिपिकरण को रोकने की प्रक्रिया मजबूत केर के लिए माँ का नामए विवाह के पहले का नाम जैसे विवरण भी प्राप्त किए जा रहे हैं।
प्रचलित कानून के अनुसारए पैन और आधार आईडी प्रूफ के तौर पर रह सकते हैं। प्रारंभ मेंए आईडी प्रूफ को प्रमाणित करने के लिए आधार और पैन का उपयोग सीकेवाईसी रजिस्ट्री करेगी। यह भी आशा है कि सीकेवाईसी प्रणाली से ऐसे ग्राहकों की बड़ी मदद होगी जो कि विभिन्न शहरों में अस्थायी तौर पर रहने जाते हैं और उनके रिकॉर्ड्स में पतों में बदलाव के लिए पते के साक्ष्य प्रस्तुत करने में समस्याओं का सामना करना पड़ता है जो कि कई बार जटिल भी हो सकता है। सीकेवाईसी रजिस्ट्री में, यदि आप एक से दूसरे शहर जा रहे हैंए तो आप पत्राचार के पते बिना किसी साक्ष्य के नवीकरण कर सकते हैं और एक बार एक बैंक के रिकॉर्ड में बदलाव होने पर उन सभी वित्तीय संस्थानों को नवीकरण की अधिसूचना भेजी जाएगी जिनके साथ ग्राहक के खाता आधारित संबंध हैं। रजिस्ट्री 15 जुलाई 2016 से सक्रिय हो गई है।