देहरादून। सिर्फ 10 रुपए के एक भुट्टे के चक्कर में दो परिवार बर्बादी के कगार पर पहुंच गए। 1 आदमी मारा गया और दूसरा जिंदगी के लिए जंग लड़ रहा है। मामला देहरादून के डालनवाला क्षेत्र का है जंहा देर रात एक ठेकेदार और भुट्टा विक्रेता के बीच हुई कहासुनी खूनी संघर्ष में बदल गई। 10 रुपए के एक भुट्टे के लिए एक के बाद एक ठेकेदार ने कई फायर कर दिए जिसमे भुट्टा विक्रेता घायल होकर जमीन पर गिर गया, उसके बाद ठेकेदार ने वहीं खुद को भी गोली मार ली। घटना की सूचना मिलने के बाद जब तक पुलिस मौके पर पहुंची ठेकेदार दम तोड़ चुका था।
जोगेंद्र पिछले पंद्रह साल से देहरादून के थाना डालनवाला क्षेत्र में मोहिनी रोड के इसी चौराहे पर भुट्टे बेचने का काम करता है। शाम 4 बजे से रात को 11 बजे तक जोगेंद्र भुट्टे बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण किया करता था। सोमवार को भी रोज की तरह जोगेंद्र भुट्टे बेचने में व्यस्त था। रात के 10 बजे थे तभी ठेकेदार संजीव जायसवाल नशे में धुत्त होकर जोगेंद्र की रेहड़ी पर आ पहुंचा। यंहा एक भुट्टे के पैसे को लेकर जोगेंद्र व संजीव के बीच कहासुनी हो गई, जो इतनी बढ़ी कि संजीव ने अपना लाइसेंसी रिवॉल्वर निकाल लिया। इस दौरान जोगेंद्र ने संजीव को गोली मारने की चुनौती दे डाली और संजीव ने भी एक के बाद एक कई फायर झोंक दिए।
अचानक संजीव द्वारा की गई फायरिंग के बाद वहां मौजूद लोग भाग खड़े हुए। दो गोली लगने के कारण लहूलुहान हो चुका जोगेंद्र वहीं सड़क पर गिर गया। जोगेंद्र के गिरते ही संजीव का नशा काफूर हो गया। उसने ये जानने की कोशिश की कि जोगेंद्र जिंदा है या मारा गया लेकिन उसे कुछ समझ नहीं आया जिसके बाद अचानक उसने एक बार फिर अपना रिवॉल्वर निकाला और अपनी कनपटी से सटाकर खुद को भी गोली मार ली। संजीव भी लहूलुहान होकर जोगेंद्र के बगल में गिर पड़ा आस पास मौजूद लोगों की सूचना पर पुलिस जब तक मौके पर पहुंची संजीव दम तोड़ चुका था।
मौके पर पहुंची पुलिस ने संजीव व जोगेंद्र को दून अस्पताल भिजवाया जंहा संजीव को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया जबकि जोगेंद्र को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। जोगेंद्र को बाजू व पेट में गोली लगी है अब उसकी हालत खतरे से बाहर है। हालांकि खुद जोगेंद्र ने पुलिस को इस घटना के पीछे एक भुट्टे को ही कारण बताया है लेकिन पुलिस ये जानने की कोशिश कर रही है कि क्या इतना बड़ा फसाद सिर्फ 10 रुपये के भुट्टे के चक्कर में ही हुआ या इसके पीछे कुछ और भी कारण हैं?