नई दिल्ली। सरकार ने उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में नया अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) स्थापित करने को आज अपनी मंजूरी दे दी। इस कदम का उद्देश्य राज्य के लोगों को सुपर स्पेशिएलिटी स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करना और डॉक्टरों का बड़ा पूल तैयार करना है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई) के तहत 1011 करोड़ रुपए की लागत से एम्स स्थापित करने को मंजूरी दे दी। एक आधिकारिक वक्तव्य में कहा गया कि नए एम्स की स्थापना आबादी को सुपर स्पेशिएलिटी स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने के उद्देश्य को पूरा करेगी, जबकि डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों का बड़ा पूल तैयार होगा जो राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत तैयार की जा रही प्राथमिक और द्वितीयक स्तर की सुविधाओं के लिए उपलब्ध हो सकते हैं।
एक आधिकारिक वक्तव्य में कहा गया कि यह संस्थान प्रचलित क्षेत्रीय बीमारियों और अन्य स्वास्थ्य मुद्दों पर शोध करेगा और इस तरह की बीमारियों के बेहतर नियंत्रण और उपचार प्रदान करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक में अस्पताल स्थापित करने को मंजूरी दे दी गई, जिसकी क्षमता 750 बिस्तरों की होगी और इसमें आपात या ट्रामा और आयुष खंड होगा।