लखनऊ: शासन और सरकार की वादा खिलाफी को लेकर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने आज लखनऊ में ताकत दिखाई। गंाधी प्रतिमा से विधान भवन परिक्रमा कर के एनेक्सी भवन का जर्बदस्त घेराव किया। मुख्य सचिव से वार्ता के बाद वापस धरना स्थल पर आकर 10,11 व 12 अगस्त को पूर्ण हड़ताल का ऐलान किया। शासन व राज्य कर्मचारी संयुक्त के बीच हुए समझौते, लगभग दो दर्जन से अधिक कार्यवृत्तियां जारी की गई, कार्यवृत्ति के अलावा वर्ष 2013 में की गई 11 दिनों की महाहड़ताल के उपरान्त न्यायालय में दिए गए शपथ पत्र के बाद भी सरकार द्वारा मांगों के पूर्ति न किए जाने से नाराज राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के बैनर तले आज हजरतगंज स्थित गॉधी प्रतिमा पर प्रदेश भर से आए हजारों कर्मचारी नेताओं ने धरना प्रदर्शन कर सरकार को एक बार फिर जागाने करने का प्रयास किया।
अध्यक्ष हरिकिशोर तिवारी के नेतृत्व में आए कर्मचारियों ने एक बार फिर सरकार को वादा याद दिलाते हुए कहा कि अगर सरकार अब भी हरकत में न आई तो कर्मचारियों की
बेरूखी उसे महंगी पड़ेगी। इस दौरान मुख्यमंत्री को प्रेषित मांग पत्र में उन्हें उनके वायदे, न्यायालय में दिए गए शपथ पत्र, शासन स्तर पर बनी सहमति और मुख्य सचिव तथा प्रमुख सचिव से हुए समझौतों से अवगत कराया गया है। इस दौरान घोषणा की गई कि अगर सरकार ने इस ज्ञापन के बाद भी आदेश जारी न किए तो 10 अगस्त से 12 अगस्त 2016 तक तीन दिवसीय प्रदेष व्यापी हड़ताल का निर्णय लिया है, फिर भी समझौतों पर आदेष न हुए तो अनिश्चिकालीन हड़ताल में बदला जायेगा।
धरना के उपरान्त कर्मचारी अध्यक्ष हरि किशोर तिवारी का0 आध्यक्ष भूपेश अवस्थी, चेयर मैन संघर्ष समिति शिवबरन सिंह यादव, महामंत्री अतुल मिश्रा व वरिष्ठ उपाध्यक्ष यदुवीर सिंह के नेतृत्व में विधान भवन की परिक्रमा करके सचिवालय एनेक्सी पहुँचकर सड़क पर बैठ गये, और मुख्य सचिव को स्थल पर ही बुलाने की मांग करने लगे। प्रशासन द्वारा मुख्य सचिव से वार्ता कराने के बाद उनकी अपील पर वापस धरना स्थल पहुच कर अगले कार्यक्रम की घोषणा की।