नई दिल्ली। इस्लामिक विद्वान जाकिर नाईक को लेकर सरकार सख्त हो गई है। महाराष्ट्र सरकार ने उनके भाषणों की जांच के आदेश दिए हैं। खुद मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने मुंबई के पुलिस कमिश्नर से जाकिर के भाषणों की जांच कर पूरी रिपोर्ट सौंपने को कहा है।
फड़णवीस ने कहा कि उन्होंने मुंबई के पुलिस कमिश्नर से कहा है कि वे इसकी पूरी जांच करें और रिपोर्ट सौंपे। गौरतलब है कि ढाका में आत्मघाती हमला करने वाले आतंकियों में से दो के जाकिर नाईक से प्रभावित होने की बात सामने आई थी। उसी के बाद से जाकिर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही है। पुलिस जाकिर हुसैन को हो रही फंडिंग की भी जांच करेगी।
उधर ऐहतियात के तौर पर मुंबई में जाकिर के घर के बाहर सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। केंद्रीय गृहराज्यमंत्री किरण रिजिजू ने भी कहा कि जो भी उचित कार्रवाई होगी वो की जाएगी। सुरक्षा कारणों के चलते कार्रवाई को लेकर पहले से कोई घोषणा नहीं की जा सकती।
जाकिर नाईक को लेकर जेडीयू नेता अजय आलोक ने कहा कि सरकार को तुरंत जाकिर नाईक को बैन कर देना चाहिए। जो लोग समाज के लिए खतरा हैं उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का शुरू से मानना रहा है कि भारत के अंदर कट्टरवादी विचारधारा का कोई स्थान नहीं है। किसी ने भी यदि कानून का उल्लंघन किया है तो उसको सजा होनी चाहिए।