lucknow : बहुजन समाज पार्टी ने पार्टी से नाता तोड़ने वाले पूर्व मंत्री आर.के. चौधरी पर पलटवार करते हुए उन्हें स्वार्थी करार दिया है। चौधरी के पार्टी छोड़ने पर पहले पूर्व सांसद बृजेश पाठक और बाद में प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर ने कहा कि चौधरी के जाने से न पहले कोई असर पड़ा था, न अब पड़ेगा।
उन्‍होंने कहा कि आर.के. चौधरी ने वर्ष 2013 में गलती मानते हुए और पार्टी अध्यक्ष से माफी मांग कर बसपा में वापसी की थी। जिसके बाद पार्टी ने 2014 में उन्हें लोकसभा का चुनाव लड़वाया। वह हार गए और अब वह मोहनलालगंज से विधानसभा चुनाव का टिकट मांग रहे हैं जबकि पार्टी ने उन्हें लोकसभा चुनाव लड़ाने का वादा किया था। उन्हें संगठन में काम करने के लिए कहा गया था।
राजभर ने कहा कि पार्टी में स्वार्थी किस्म के लोगों के लिए कोई जगह नहीं है। पार्टी मुखिया ने विधानसभा टिकट देने से मना कर दिया तो चौधरी ने संगठन के कामों में दिलचस्पी लेना कम कर दिया था। पार्टी की इस पर नजर थी। वह दोबारा पार्टी छोड़कर गए हैं। यह उनका व्यक्तिगत स्वार्थ है। उनके जाने से बसपा मूवमेन्ट पर कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है।