नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने आज एक बार फिर केंद्र सरकार और यूपी सरकार पर हमला बोला। मायावती ने केंद्र सरकार को काले धन पर घेरा तो अखिलेश सरकार को कानून व्यवस्था के नाम पर। साथ ही उन्होंने पार्टी में मची अफरातफरी की खबरों को निराधार बताया।
मायावती ने केंद्र को निशाने पर लेते हुए कहा कि प्रधानमंत्री चुनाव नजदीक आने के कारण यहां आकर विकास की बात कर रहे हैं। वो जनता को ये भी बताएं कि जब भाजपा उत्तर प्रदेश में सत्ता में थी तो उन्होंने उत्तर प्रदेश का कितना विकास किया था। भाजपा सरकार ने काला धन लाकर 15-20 लाख रुपया लोगों के खाते में देने का वायदा किया था, पर 2 साल बीत जाने पर भी लोगों के खाते में पैसा नहीं देने का कोई ठोस कारण नहीं बताया है।
यूपी सरकार पर हमला बोलते हुए मायावती ने कहा कि सपा के शासन में व्याप्त जंगलराज यहां की समस्या का मूल कारण है। भाजपा नेतृत्व यहां के कानून व्यवस्था पर नही बोलता है कमजोर हो जाता है। भाजपा के नेतृत्व में दिल्ली की कानून व्यवस्था बहुत खराब है। दिल्ली में जो उत्तर प्रदेश से बहुत छोटा है भाजपा सरकार कानून व्यवस्था को नही संभाल पाई है।
कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सपा सरकार को घेरते हुए माया ने कहा कि पूरे प्रदेश की जनता तस्त्र है। हत्यारों का पुलिस से खौफ चला गया है, पुलिस पर हमला होने लगा है। जब पुलिस सुरक्षित नहीं है तो आम जनता कैसे सुरक्षित रहेगी। मुख्तार अंसारी की पार्टी को विलय को लेकर नाटक किया गया है। सपा की सरकार को अपने मंत्रिमंडल से तमाम अपराधिक किस्म के लोगो का बाहर निकाल देना चाहिए। सपा के सभी आपराधिक लोगों को जेल में भेज देना चाहिए। सपा ऐसा नहीं कर सकती, नहीं तो जेलें कम पर जाएंगी।
सपा ने कौमी एकत दल से विलय भले खत्म कर लिया है पर चुनाव में उनका उपयोग जरुर कर लिया। बदले में विधानसभा चुनाव में उनके खिलाफ कमजोर उम्मीदवार को उतारा जाएगा।
उत्तर प्रदेश में चाहे मुजफ्फरनगर कांड हो, या दादरी हो, या मथुरा हो, ये सपा के लोगों का आपराधिक लोगों के साथ सांठगांठ का नतीजा है। सपा सरकार जनता के गंभीर है तो सबसे पहले सभी अपराधिक छवि वाले लोग को निकालना होगा।
पार्टी में अफरातफरी के सवाल पर माया ने कहा कि कल हमारी पार्टी के दो लोगों के पार्टी छोड़ कर दूसरी पार्टी में जाने की खबर एक छोटे चैनल में चलायी गई पर वो खबर गलत है। मैं अपने पार्टी के लोगो से अपील करती हूं कि वो विरोधी पार्टियों के हथकंडों से सावधान रहें।