नई दिल्ली। बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने गुरुवार को एक बार फिर मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यन पर निशाना साधा है। स्वामी ने अपने बयानों के प्रति बगैर अफसोस जताए गुरुवार को पूछा कि एक भारतीय जिसे देशभक्त बताया जाता है, वह कैसे अमेरिका को भारत के खिलाफ सलाह दे सकता है? उन्होंने यह भी कहा है कि अगर उन्हें माफ किया जा सकता है तो वह भी अपनी मांग छोड़ देंगे।
मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यन के बचाव में सरकार के आने के एक दिन बाद स्वामी ने आज सुबह ट्विटर पर कहा कि भारत पर दबाव बनाने की सलाह किसी अन्य देश को देने पर एक भारतीय को देशभक्त करार देकर माफ किया जा सकता है तो मैं अपनी मांग टाल सकता हूं। स्वामी ने ट्विटर पर कहा कि अरविंद सुब्रमण्यन ने अमेरिकी कांग्रेस से 13 मार्च 2013 को कहा कि भारतीय कंपनियों और निर्यातकों के साथ भेद-भाव करने से भारत पर अपना बाजार खोलने का दबाव बनेगा।
उन्होंने एक और ट्वीट में कहा कि अगर केंद्र की बीजेपी सरकार कह देती है कि वह अरविंद सुब्रमण्यन के बारे में सब जानती है और वह फिर भी एक संपत्ति हैं तो मैं अपनी मांग वापस ले लूंगा और सच साबित होने के लिए मौके का इंतजार करूंगा।
एक दिन पहले, बुधवार को ही स्वामी ने अरविंद सुब्रमण्यन को हटाने की मांग की थी। स्वामी ने मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यन पर निशाना साधते हुए उन्हें हटाने की मांग की थी। उन्होंने ट्विटर पर कहा, ‘अमेरिकी कांग्रेस को 13 मार्च 2013 को किसने कहा था कि अमेरिकी फार्मा उद्योग के हितों की रक्षा के लिए भारत के खिलाफ कार्रवाई करना चाहिए। सुब्रमण्यन स्वामी का कहना था कि अरविंद सरकार के खिलाफ काम कर रहे हैं लिहाजा उन्हें तुरंत हटा देने चाहिए।