नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की सियासत में घमासान जारी है। स्वामी प्रसाद मौर्य बीएसपी का दामन छोड़ साइकिल पर सवार होने जा रहे हैं। यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने स्वामी प्रसाद मौर्य की तारीफ करते हुए कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य एक अच्छे इन्सान हैं और एक मजबूत नेता हैं।
मुख्तार अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल के विलय को लेकर मचे घमासान पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि उससे भी बड़ा फैसला ये है कि स्वामी प्रसाद मौर्य बीएसपी छोड़कर आ गए हैं। बता दें इससे पहले मौर्य के पार्टी छोड़ने को लेकर बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा था कि मौर्य परिवारवाद के मोह में थे। अगर वह पार्टी नहीं छोड़ते तो निकाले जाते।
मायावती ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि मैंने लोगों के कहने पर मौर्य को पार्टी में रखा। मौर्य अलग अलग पार्टियों में भटक रहे थे, जनता दल, लोकदल में रहे थे। बीएसपी में आने के बाद भी उनका परिवारवाद का मोह नहीं टूटा था। माया ने कहा कि इन्हें कुशीनगर से लड़ाया गया, ऊंचाहार से बेटे को टिकट दिलाया, बेटी को आगरा से टिकट दिलाया। मैं इसके पक्ष में नहीं थी, लेकिन पार्टी नेताओं के कहने पर मैं मान गई। दोनों बेटे-बेटी चुनाव हार गए, ये कुशीनगर से जीते। 2014 में इन्होंने लोकसभा के लिए मैनपुरी से बेटे के लिए टिकट लिया, पर हार गए।
अब 2017 चुनाव के लिए खुद के लिए कुशीनगर, बेटे के लिए ऊंचाहार और बेटी के लिए पुरानी सीट से टिकट मांगा। तो मैंने उनसे कहा कि क्या आपने मुलायम सिंह का झूठा खा लिया है, जिन्होंने पूरे परिवार राजनीति में ला दिया है।