नई दिल्ली। एक तरफ यूपी की समाजवादी पार्टी में घमासान मचा है तो दूसरी तरफ बीएसपी में बगावत होती दिखाई दे रही है। बीएसपी नेता और यूपी बीएसपी के अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्या ने मायावती पर टिकट बेचने का आरोप लगाया है साथ ही उन्होंने कहा कि मायावती मुझे कार्यक्रमों में जाने से रोकती हैं। स्वामी प्रसाद यूपी में नेता प्रतिपक्ष भी हैं। बताया जा रहा है कि मौर्या जल्द ही पार्टी भी छोड़ सकते हैं।
मौर्य ने कहा कि मायावती आगामी चुनाव के लिए टिकट बेच रही हैं। ये मान्यवर काशीराम और अंबेडकर जी का अपमान है। बसपा नीलामी का बाजार बन गई है। मायावती दलित नहीं दौलत की बेटी हैं। कांशीराम ने जो नारा दिया था, लालच-मोह में आकर नारे को बदलने का काम किया गया। काशीराम के रास्ते से भटक गई हैं मायावती। उन्होंने अंबेडकर जी के विचारों की हत्या की है। बीएसपी के कार्यकर्ता हताश हैं, इस पार्टी में दलितों के लिए जगह नहीं रह गई है।
मौर्य ने कहा कि 2012 विधानसभा चुनाव में हम हारते नहीं क्योंकि एंटी इंकंबेंसी नहीं थी। 2014 चुनाव में उम्मीदवार पैसे लेकर घोषित हुए थे इसीलिए हारे। पिछले चुनाव से मायावती ने सबक नहीं लिया है। कितनी बार टिकट बेचा जाएगा अभी इसकी सीमा नहीं है। मायावती मनुवाद के मकड़जाल में फंसती नजर आती हैं। 14 अप्रैल को बाबा साहेब की जयंती थी। 16 को मुझे निर्देश दिया गया कि भगवान बुद्ध, बाबा साहेब, काशीराम, दूसरे महापुरुषों के कार्यक्रमों में नहीं जाना है।
वहीं मौर्य के बागी होते हुए समाजवादी पार्टी के आजम खां ने मौके लपकते हुए उनकी जमकर तारीफ कर डाली। आजम ने कहा कि मौर्या जी की एक ह्यूमन बीइंग और राजनेता के तौर पर हम हमेशा तारीफ करते रहे हैं। हम हमेशा से कहते रहे हैं कि उनके जैसा व्यक्ति वहां ठीक नही है।
जिस जगह पर मौर्य मीडिया के सामने बयान दे रहे थे, वहां आजम खां भी मौजूद थे। मौर्य का बयान खत्म होते हुए उन्होंने मौर्य से बात भी की। इसके अलावा शिवपाल यादव भी उनसे बात करते दिखे।