लखनऊ। एक तरफ सिधौली (हरदोई) के सृजन इंटरनेशनल स्कूल से आए ग्रामीण परिवेश के बच्चे तो दूसरी तरफ लखनऊ के झोपड़ पट्टी में रहने वाले बच्चे जो साहस स्पोट्ïर्स अकादमी के बैनर तले फुटबॉल के माध्यम से अपने अंधेरे जीवन में रोशनी भरने की कोशिश कर रहे है। यह बच्चे एक प्रदर्शनी मैच में आमने-सामने थे। वहीं मैदान पर इन बच्चों के फीफा की विशेष फुटबॉल पर कब्जे की जद्दोजहद और दम देखकर कहीं से नहीं लग हरा था कि यह पेशेवर बच्चों से कम है। इन खिलाडिय़ों के द्वारा मैदान पर दिखाए गए जोश व जज्बे को सभी ने सराहा। इन बच्चों की टीमों सहित कई टीमें रविवार को लामार्टीनियर कॉलेज के पोलो ग्राउंड पर फीफा द्वारा गरीब तबके के बच्चों के लिए बनाई गयी विशेष फुटबॉल को पाने के लिए एकत्रित थे।
भारतीय खेल प्राधिकरण (साई), सरस्वती एजुकेशनल फाउंडेशन व लामार्टीनियर कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में लखनऊ में पहली बार फीफा की विशेष फुटबॉल बांटी गई जिसे मुख्य अतिथि प्रदेश सरकार के खेल मंत्री राम सकल गुर्जर ने इन टीमों के मध्य 10 फुटबॉलों का वितरण किया। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस विशेष फुटबॉल के सहारे बच्चे फुटबॉल की दुनिया में लंबा सफर तय करेंगे जो आम फुटबॉल से संभव नहीं होता। उन्होंने कहा कि उम्मीद है यह बच्चे अगले साल भारत में होने वाले अंडर-17 फुटबॉल विश्वकप के जुनून में डूबकर काफी आगे बढ़ेंगे।
इस मौके पर भारतीय खेल प्राधिकरण (साई)के लखनऊ क्षेत्रीय केंद्र के निदेशक राजिंदर सिंह ने कहा कि फीफा ने गांव के बच्चों के लिए यह फुटबॉल विशेष तौर पर बनवाई है। यह न पंचर होगी और न ही इसकी हवा कम होगी। ऐसी एक फुटबाल कम से कम छह साल तक चलेगी। उन्होंने बताया कि साधारण फुटबॉल की उम्र ज्यादा नहीं होती तथा गरीब तबके के बच्चों के लिए साधारण फुटबॉल को नियमित इस्तेमाल करना काफी मुश्किल होता है।
इस मौके पर इस विशेष फुटबॉल से प्रदर्शनी मैच भी खेले गए जिसमें पहले मैच में न्यू ब्वायज ने डीएवी इंटर कॉलेज को 1-0 से हराया। दूसरा मैच सिधौली के सृजन इंटरनेशनल स्कूल व झोपड़पट्टी के बच्चों की टीम साहस स्पोट्ïर्स अकादमी के मध्य हुआ जिसमें सृजन इंटरनेशनल स्कूल ने 3-0 से जीत दर्ज की। हालांकि झोपड़पट्टी के बच्चे इस मैच में जीत दर्ज नहीं कर पाए लेकिन उन्होंने सृजन स्कूल की टीम को कड़ी टक्कर दी। वहीं अंतिम मैच में एचएएल ब्वायज ने लामार्टीनियर कॉलेज की टीम को 2-1 से मात दी।
सरस्वती एजुकेशनल फाउंडेशन की अध्यक्ष डा.सुधा बाजपेई ने कहा कि उनका मकसद गांव में खेलों का माहौल तैयार करना है। इसी को देखते हुए उन्होंने झोपड़ पट्टी के बच्चों को खेल की दुनिया में आगे बढ़ाने के लिए फुटबॉल की ट्रेनिंग की कवायद की है तथा फुटबॉल का स्तर ऊंचा उठाने के लिए आज इस विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।
इस कार्यक्रम में राष्टï्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता भारोत्तोलक स्वाति सिंह, संयुक्त खेल निदेशक एके बनौधा, लखनऊ विश्वविद्यालय की प्रोफेसर किरनलता डंगवाल, साई के टेबल टेनिस कोच जेएस बिष्टï तथा राष्टï्रीय तैराक नरेंद्र सिंह चौहानने उपस्थित होकर खिलाडिय़ों का हौसला बढ़ाया।
फुटबॉल वितरण कार्यक्रम में शामिल टीम:गवर्नमेंट इंटर कॉलेज, निशातगंज, डीएवी इंटर कॉलेज, न्यू ब्वायज स्कूल, एचएएल ब्वायज, मिलानी फुटबॉल क्लब, डै्रगन फुटबॉल क्लब, लामार्टीनियर कॉलेज, साहस स्पोट्र्स अकादमी, सुपर स्पोट्ïर्स सोसायटी, सृजन इंटरनेशनल स्कूल।
साहस स्पोट्र्स अकादमी (झोपड़पट्टी के बच्चों की टीम): हर्षित, आदित्य, तरुण, नितिन, अमन, आनंद आर्यन, सोहम, कार्तिक, नित्यांश कश्यप, लकी, यश, वंश, शुभम।
सृजन इंटरनेशनल स्कूल (सिधौली, हरदोई) की टीम: ऋषभ शुक्ला, श्लोक शर्मा, अनिकेत चौहान, अंकित मौर्या, वैभव विक्रम, वैभव यादव, गुरप्रीत सिंह, अक्षत शर्मा, अखंड प्रताप सिंह, आदित्य अवस्थी, राहुल यादव।