गनमैन उमर मतीन को बताया 'खलीफा का सिपाही'

बीजिंग : आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) ने अमेरिका के ऑरलैंडो के नाइट क्लब में बीते दिनों हुए गोलीकांड की जिम्मेदारी ली है। गौर हो कि फ्लोरिडा के ओरलैंडो स्थित एक ‘गे क्लब’ में असॉल्ट राइफल से लैस एक हमलावर ने रविवार को 50 लोगों की हत्या कर दी और 53 अन्य को घायल कर दिया। इसे अमेरिका के इतिहास में अब तक का सबसे भयावह गोलीबारी कांड और 9/11 के बाद ‘सबसे भीषण आतंकी हमला’ भी कहा जा रहा है। गोलीबारी के बाद ओरलैंडो और राज्यभर में आपातकाल की घोषणा कर दी गई है।
संगठन से जुड़ी एक समाचार एजेंसी 'अमाक' में प्रकाशित एक संदेश में गनमैन उमर मतीन को 'खलीफा का सिपाही' बताया गया है। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन आईएसआईएस ने ली है लेकिन अमेरिका की तरफ से इसकी पुष्टि नहीं की गई है। इससे पहले, आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट से जुड़ी एक मीडिया एजेंसी ने एक अज्ञात सूत्र के हवाले से कहा है कि अमेरिका में फ्लोरिडा के ओरलैंडो स्थित एक गे क्लब में हुए नरसंहार को आईएस के एक लड़ाके ने अंजाम दिया।
वहीं, अमेरिकी मीडिया ने खबर दी कि अफगान मूल के अमेरिकी नागरिक उमर मतीन ने जिहादी संगठन आईएस के प्रति निष्ठा व्यक्त की थी। अमेरिका के ओरलैंडो शहर के एक गे क्लब में गोलीबारी कर कम से कम 50 लोगों की जान लेने वाले अफगान मूल के बंदूकधारी उमर मतीन ने हमले के दौरान आपातकालीन नंबर 911 पर फोन करके आईएसआईएस के प्रति अपनी निष्ठा होने की बात कही थी। न्यूयॉर्क में पैदा हुए 29 साल के मतीन ने गे डांस क्लब के भीतर अंधाधुंध गोलीबारी करने के बाद आपातकालीन नंबर पर फोन किया और आईएसआईएस के सरगना अबू बकर अल-बगदादी के प्रति अपनी निष्ठा के बारे में बताया।
इस फोन कॉल के दौरान उसने बोस्टन में धमाके करने वाले सरनाएव बंधुओं का भी जिक्र किया। इन दोनों भाइयों ने 2013 में बोस्टन मैराथन के दौरान धमाका किया था। असॉल्ट रायफल और पिस्टल के साथ गे क्लब पर हमला करने वाले मतीन को बाद में पुलिस ने मार गिराया। रविवार तड़के हुए इस हमले में कम से कम 50 लोग मारे गए और 53 घायल हो गए। अधिकारियों के अनुसार मतीन ने गे क्लब के बाथरूम से 911 पर फोन किया। फोन करने के बाद उसने अपना पूरा नाम बताया। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस नरसंहार को आतंकी कृत्य और घृणा की कार्रवाई करार दिया। एफबीआई इस घटना की जांच आतंकवादी कृत्य के तौर पर कर रही है। ओरलैंडो के पुलिस प्रमुख जॉन माइना ने कहा कि ऐसा लगता है कि वह (मतीन) बहुत संगठित था और पूरी तैयारी के साथ आया था।