लखनउ: दुनिया भर में अपनी खुशबू और स्वाद के लिए मशहूर दशहरी आम इस साल सस्ता मिलने की संभावना है क्योंकि उत्पादकों का कहना है कि चालू सत्र में इसकी बंपर पैदावार हुई है। दशहरी सहित उत्तर प्रदेश में इस बार आम का उत्पादन बढ़कर लगभग 48 लाख टन रहने की उम्मीद है जो पिछले साल 40 लाख टन ही था। पिछले दिनों आयी आंधी, तूफान और बारिश के बावजूद आम का बंपर उत्पादन होने की उम्मीद है।
भारतीय आम उत्पादक एसोसिएशन के अध्यक्ष इंसराम अली ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले इस बार रिकार्ड पैदावार होगी और दशहरी 25 से 40 रपये किलो के बीच बिकेगा। इस बार के आम का आकार पिछले साल के मुकाबले छोटा होगा। आम उत्पादकों को उम्मीद है कि कीमतें आने वाले समय में और गिरेंगी और यह मानसून शुरू होने से पहले दस रपये किलो तक बिकेगा।
गौरतलब है कि आम की अन्य किस्मों के मुकाबले दशहरी अधिक दिन तक नहीं टिकता है इसलिए मानसून शुरू होने से पहले कीमत गिरना तय है। मलीहाबाद के आम उत्पादकों का मानना है कि आम की बंपर फसल और कम कीमत इस बार दशहरी को आम आदमी की पहुंच में रखेगी। मुंबई और दिल्ली में दशहरी आम की खपत सबसे अधिक है। दशहरी खाड़ी देशों और अन्य दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों को निर्यात भी किया जाता है। उत्तर प्रदेश में लखनउ :बक्शी का तालाब और मलीहाबाद:, सहारनपुर, संभल, अमरोहा और मुजफ्फरनगर में आम की पैदावार होती है।