पटना: बिहार स्कूल बोर्ड के चेयरमैन लालकेश्वर प्रसाद सिंह ने पद से इस्तीफा दे दिया है। साथ ही इस स्कैम को लेकर SIT ने परीक्षा केन्द्र जीए कॉलेज के प्रिसिंपल समेत चार लोगों को पकड़ा है। मास्टरमाइंड बच्चा राय अब भी फरार है। इससे पहले एसआईटी ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी) के अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद से पूछताछ की थी और कुछ कंप्यूटर और हार्ड डिस्क जब्त की थी।
इससे पूर्व बिहार में 12वीं बोर्ड परीक्षा के टॉपर घोटाले की एक विशेष जांच दल (एसआईटी) ने औपचारिक तौर पर जांच शुरू कर दी थी। पुलिस ने बताया कि इन छात्रों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, एसआईटी की शुरुआती जांच में विज्ञान एवं कला की परीक्षा में टॉप करने वालों के परिणामों में गड़बड़ियों का पता चला है।
अधिकारियों ने बताया कि मूल उत्तर पुस्तिका के पन्नों को हटा कर उसकी जगह अलग से उत्तर लिखे पन्ने लगा दिए गए थे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्राथमिकी दर्ज करने और मामले की जांच कराने के आदेश के बाद छात्रों के खिलाफ मंगलवार को मामला दर्ज किया गया। इसकी पुष्टि करते हुए कोतवाली थाने के प्रभारी रमेश प्रसाद सिंह ने कहा कि शिक्षा विभाग के अधिकारी राजीव रंजन प्रसाद सिंह ने इस बारे में कोतवाली पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
विज्ञान के टॉपर सौरभ श्रेष्ठ, तीसरे टॉपर राहुल कुमार और कला की टॉपर रूबी राय के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 465, 467, 468, 471और 120बी के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इस बीच विज्ञान की परीक्षा में टॉप करने वाले छात्र से पूछताछ के लिए एसआईटी की टीम ने वैशाली जिले का दौरा किया है। यह तब हुआ जब राज्य सरकार ने सोमवार को बीएसईबी द्वारा कथित अनियमितताओं की जांच के लिए गठित कमेटी को भंग कर दिया।
बीएसईबी ने शनिवार को पहले और तीसरे टॉपर का परीक्षा परिणाम रद्द कर दिया था क्योंकि दोनों दोबारा परीक्षा में फेल हो गए थे। लेकिन, आर्ट्स की टॉपर को फिर से परीक्षा देने के लिए एक और अवसर देने का निर्णय लिया और उसे 11 जून को फिर परीक्षा देने के लिए कहा।