लखनऊ: समाजवादी पार्टी के प्रभारी शिवपाल सिंह यादव ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बयान को भ्रम फैलाने व भटकाते हुए कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जैसे पद बैठे हुए व्यक्ति को फकत सियासी स्वार्थ के कारण तथ्यहीन, और मिथ्या और नकारात्मक आरोप लगाना शोभा नहीं देता। यदि उनके पास कोई साक्ष्य या सबूत है तो सार्वजनिक करें अथवा छवि खराब करने वाले झूठे बयान के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगें। उन्होंने भाजपा अध्यक्ष को सकारात्मक, सिद्धान्तनिष्ठ व विकासोन्मुख राजनीति करने का सुझाव देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की महान जनता को गुजरात से आकर बार-बार गुमराह करना बंद करें। दरअसल वे समाजवादी सरकार के बेहतर काम काज के कारण मुद्दाविहीन हो चुके हैं, इसलिए अनाप-शनाप बोलने के लिए मजबूर हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख मायावाती पर पलटवार करते हुए शिवपाल सिंह ने कहा कि अखिलेश की आलोचना करने से पहले माया सच्चाई जान लें। वे उत्तर प्रदेश मे सिर्फ बयान देनें के लिए एक पर्यटक की भांति आती हैं। मुख्यमंत्री बुंदेलखण्ड़ की समस्याओं के समाधान और सरकार द्वारा किये गये विकास कार्यों को गति देने के लिए बुंदेलखण्ड़ गये थे। प्रदेश मुख्यमंत्री अक्सर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों को भ्रमण कर जनता से सीधे-संवाद करते रहते है। मायावती बताएं बतौर मुख्यमंत्री उन्होंने कितना प्रदेश भ्रमण किया व कितनी बार जनता से सीधे संवाद किया। भाजपा से मायावती का रिश्ता जगजाहिर है। इसके पहले वे भाजपा के सहयोग से सरकार बना चुकी हैं और जब समाजवादी पार्टी गोधराकाण्ड़ के बाद साम्प्रदायिक ताकतों से लड़ रही थी, तब वे तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी का प्रचार करने गई थी। आज उन्हें मुरादाबाद व मलियाना हाशिमपुरा याद आ रहा है। उत्तर प्रदेश में वे चार बार मुख्यमंत्री रह चुकी है। अपने शासन काल में कभी भी उन्हें मुरादाबाद व मलियाना हशिमपुरा याद नहीं आता। समाजवादी पार्टी में सभी जाति और धर्म के लोगों का समान सम्मान है। सपा सरकार अपनी योजनाओं में जाति, धर्म व क्षेत्र का विभेद नहीं करती। मायावती कुछ दिन उत्तर प्रदेश में रहें तब तो जानें कि जितना विकास इटावा का हुआ है, उतना विकास उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों का भी हुआ है।