स्थिति को संभालने के लिए सभी वरिष्ठ चिकित्सकों की छुट्टियां रद्द

लखनऊ: परास्‍नातक चिकित्‍सा प्रवेश परीक्षा (पीजीएमईई) में काउंसलिंग विवाद को लेकर राजकीय मेडिकल कालेजों में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल पर यूपी सरकार सख्ती करने के मूड में आ गई है। साथ ही स्थिति को संभालने के लिए सभी वरिष्ठ चिकित्सकों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।
चिकित्सा शिक्षा के महानिदेशक डॉ. वी.एन. त्रिपाठी ने जूनियर डॉक्टरों को आगाह किया है कि मेडिकल कालेजों में एस्मा (इसेन्सियल सर्विसेज मेन्टीनेन्स एक्ट) लागू है। जूनियर डाक्टर तुरन्त काम पर वापस आएं अन्यथा सरकार को एस्मा के तहत उन पर कार्रवाई करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
इसके तहत हड़ताली डाक्टरों को गिरफ्तार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जूनियर डाक्टर यह समझने की कोशिश करें कि सरकार उनके हितों को सुरक्षित रखने के लिए सुप्रीम कोर्ट को अपने फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए पहले ही याचिका दाखिल कर चुकी है।
उन्‍होंने कहा कि कोर्ट में गर्मी की छुटि्टयों के कारण इस पर सुनवाई नहीं हो पा रही है। सुप्रीम कोर्ट खुलने पर एक जुलाई को मुख्य न्यायाधीश इस याचिका की सुनवाई करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने सभी वरिष्ठ चिकित्सकों की छुट्टियों को रद्द कर दिया है। मेडिकल कालेजों के प्रधानाचार्यों को हिदायत दी गई है कि वे वरिष्ठ चिकित्सकों से 24 घंटे ड्यूटी लें और मेडिकल कालेजों में चिकित्सीय सेवाएं बहाल रखें। उन्होंने कहा कि मरीज की जान के साथ किसी भी सूरत में खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा।