बेंगलुरु:रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर के बल्लेबाजी के तूफान को थामते हुए सनराइजर्स हैदराबाद ने आईपीएल नौ के फाइनल में उसको आठ रन से शिकस्त दी। जीत के लिए मिले 209 रन के लक्ष्य के सामने आरसीबी की टीम 20 ओवर में सात विकेट खोकर 200 रन बना सकी।
इससे पहले कप्तान डेविड वार्नर के एक और जबर्दस्त अर्धशतक और बेन कटिंग की आखिरी ओवरों में खेली गई 15 गेंदों पर नाबाद 39 रन की ताबड़तोड़ पारी से सनराइजर्स हैदराबाद ने सात विकेट पर 208 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया।
वार्नर ने 38 गेंदों पर आठ चौकों और तीन छक्कों की मदद से 69 रन बनाए। कटिंग ने अपनी नाबाद पारी में तीन चौके और चार छक्के लगाए। इनमें शेन वाटसन के आखिरी ओवर लगाये गये तीन छक्के भी शामिल हैं, जिससे टीम 200 रन के पार पहुंची। इनके अलावा युवराज सिंह ने 23 गेंदों पर 38 रन की दमदार पारी खेली। आरसीबी की तरफ से क्रिस जोर्डन ने 45 रन देकर तीन जबकि एस अरविंद ने 30 रन देकर दो विकेट लिये।
वार्नर ने अपने गेंदबाजों पर पूरा भरोसा जताकर टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और फिर अपनी शानदार फार्म जारी रखकर आरसीबी के गेंदबाजों के धुर्रे उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने शुरू से ही रन बनाने का जिम्मा उठाया और शिखर धवन (25 गेंदों पर 28 रन) के साथ पहले विकेट के लिए 40 गेंदों पर 63 रन की साक्षेदारी करके ठोस शुरुआत दी।
विराट कोहली ने शुरू में ही दूसरे छोर से क्रिस गेल को गेंदबाजी सौंप दी और उन्होंने अपनी ऑफ स्पिन से पहले दो ओवर काफी किफायती किए। पहले चार ओवर के बाद स्कोर 27 रन था। वार्नर ने पहले बदलाव के रूप में आये वाटसन की पहली गेंद ही कवर के उपर से छक्के लिये भेजी। धवन ने भी इस ओवर में मिडआफ पर छक्का लगाया। गेल जब अपना तीसरा ओवर करने के लिये तो वार्नर ने लांग आन पर खूबसूरत छक्का जड़ा। कोहली ने इन दोनों गेंदबाजों को तुरंत ही आक्रमण से हटा दिया।
वाटसन की जगह गेंद संभालने वाले यजुवेंद्र चहल ने अपनी चौथी गेंद पर ही धवन को डीप स्क्वायर लेग पर कैच करवाकर आरसीबी को पहली सफलता दिलायी। मोएजेस हेनरिक्स (चार) ने भी जोर्डन की गेंद पर हवा में लहराता कैच दिया। इस बीच वार्नर ने अपने तेवरों को ढीला नहीं पड़ने दिया और केवल 24 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया। उन्हें बीच में जीवनदान भी मिला लेकिन अरविंद की गेंद पर जल्द ही थर्डमैन पर कैच थमा बैठे। उन्होंने आईपीएल नौ में कुल 848 रन बनाए।
अब दारोमदार युवराज पर था जिन्होंने शुरू में कुछ गेंदों को परखा और फिर जोर्डन पर बैकवर्ड स्क्वायर लेग पर छक्का जमाकर अपने प्रशंसकों को रोमांचित किया। उन्होंने वार्नर के आउट होने के बाद चहल की भी लगातार गेंदों को छक्के और चौके लिए भेजा। चहल ने 35 रन देकर एक विकेट लिया और टूर्नामेंट में कुल 21 विकेट हासिल किए।
सनराइजर्स की डेथओवरों में तेजी से रन बनाने की उम्मीदों को तब करारा क्षटका लगा जब दीपक हुड्डा (3) और युवराज तीन गेंद के अंदर पवेलियन लौटे। जोर्डन की गेंद पर वह सही टाइमिंग से शाट नहीं लगा पाये और एक्स्ट्रा कवर में वाटसन ने आगे गोता लगाकर कैच कर दिया। युवराज ने अपनी पारी में चार चौके और दो छक्के लगाए।
आखिरी ओवरों में रन बनाने का जिम्मा कटिंग ने बखूबी संभाला क्योंकि नमन ओझा (7) और बिपुल शर्मा (5) अपने तेवर दिखाने से पहले पवेलियन लौट गए। कटिंग ने वाटसन पर मिडविकेट पर खूबसूरत छक्का और फिर चौका लगाया लेकिन कोहली ने पारी का आखिरी ओवर फिर से इसी आलराउंडर को सौंप दिया। कटिंग ने अपने इस ऑस्ट्रेलियाई साथी पर कोई रहम नहीं दिखाया। पहली गेंद चार तो अगली दो गेंद छक्के के लिए गई। इनमें से पहला छक्का तो 117 मीटर लंबा था जो स्टेडियम के बाहर चला गया। आखिरी गेंद भी कटिंग ने छक्का जड़ा। वाटसन ने इस तरह से चार ओवर में 61 रन लुटाए।