तिरूवनंतपुरम : माकपा पोलित ब्यूरो के सदस्य पिनराई विजयन का केरल का अगला मुख्यमंत्री बनना तय हो गया है और पार्टी ने सत्ता में वापसी में अहम भूमिका निभाने वाले 92 साल के वी.एस. अच्युतानंदन के बदले विजयन को सर्वसम्मति से इस पद के लिए चुना है।
अच्युतानंदन को शांत करने के लिए पार्टी ने उनकी तुलना फिदेल कास्त्रो से की और कहा कि वह मोर्चे का मार्गदर्शन करते रहेंगे। 72 वर्षीय विजयन को एलडीएफ विधायक दल के नेता के रूप में नामित करने का फैसला आज यहां माकपा राज्य सचिवालय की एक बैठक में किया गया। एक दिन पहले ही एलडीएफ ने 140 सदस्यीय विधानसभा में 91 सीटें जीतकर कांग्रेस नीत यूडीएफ को करारी मात दी है।
बैठक में माकपा महासचिव सीताराम येचुरी भी शामिल हुए। उन्होंने फैसले की घोषणा करते हुए कहा, ‘पार्टी ने एलडीएफ मुख्यमंत्री के रूप में पिनराई विजयन के नाम का प्रस्ताव करने का फैसला किया है।’ उन्होंने कहा कि नयी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह की तारीख और तिथि के बारे में फैसला जल्दी ही मोर्चा के अन्य सहयोगियों के साथ विचार विमर्श के बाद किया जाएगा।
माकपा राज्य सचिव कोदियेरी बालाकृष्णन मोर्चा के नेताओं से बातचीत करेंगे और इस बारे में फैसला करेंगे। येचुरी ने कहा कि अच्युतानंदन की आयु और उनकी शारीरिक सीमाओं पर विचार करते हुए तथा उनकी भूमिका की पहचान करते हुए कहा, ‘हमने एलडीएफ विधायक दल के नेता के रूप में पिनरायी विजयन के नाम का प्रस्ताव करने का सर्वसम्मति से फैसला किया।’
मुख्यमंत्री पद के लिए विजयन के नाम का प्रस्ताव करने के सचिवालय के फैसले के बारे में सूचित किए जाने के बाद अच्युतानंदन के कथित तौर पर अप्रसन्न होने की खबरों को खारिज करने के प्रयास के तहत येचुरी ने उनके तथा बालाकृष्णन के साथ मीडिया से मुलाकात की।
येचुरी ने अच्युतानंदन को जुझारू नेता बताते हुए उनकी तुलना कम्युनिस्ट नायक कास्त्रो से की। उन्होंने कहा कि अच्युतानंदन मार्गदर्शन के साथ प्रेरणा देते रहेंगे और वह भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा कि कामरेड वीएस केरल में फिदेल कास्त्रो के समान हैं। जैसे क्यूबा में आज फिदेल सलाह दे हैं, मार्गदर्शन कर रहे हैं, प्रेरित कर रहे हैं, कामरेड वीएस वह भूमिका निभाते रहेंगे।
कन्नूर जिले में धरमादोम से विधानसभा चुनाव जीतने वाले विजयन माकपा के चौथे मुख्यमंत्री होंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या अच्युतानंदन को सरकार में कोई भूमिका दी जाएगी, येचुरी ने कहा कि पार्टी का मौजूदा एजेंडा सरकार बनाने का है। अन्य सभी बातों पर उसके बाद चर्चा की जा सकती है।