लखनऊ: दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम मौलाना अहमद बुखारी गुरुवार की दोपहर यहां समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव से उनके आवास पर मिले। इस मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी मौजूद थे।
मुलाकात के विषय में मौलाना बुखारी ने बताया कि उन्होंने मुलायम सिंह यादव से साफ कहा कि सपा ने अपने घोषणा पत्र में जो वादे किये थे वह कहां तक पूरे हुए हैं इसकी जानकारी अवाम तक पहुंचायी जानी चाहिए। इस बाबत पार्टी नेतृत्व ने तीन महीने का वक्त मांगा था और वे गुजर चुके हैं। अब तो प्रदेश सरकार को बताना ही होगा कि उसने राज्य के मुसलमानों के हित में क्या-क्या काम किये हैं।
बकौल मौलाना बुखारी-‘दस-बारह दिन में एक बार फिर मीटिंग होगी तब तक कुछ और बातें सामने आएंगी। फिलहाल मुलायम सिंह ने सीएम अखिलेश को कहा है कि प्रदेश सरकार ने मुसलमानों के हित में अब तक जो भी काम किये हैं उनका सारा ब्योरा इकट्ठा किया जाए और इसे अवाम तक पहुंचाया जाए।'
मौलाना बुखारी ने कहा कि सपा सरकार से मुसलमानों की शिकायतें तो बहुत सारी हैं। चाहे वह आरक्षण का मसला हो या फिर आतकंवाद के नाम पर फंसाए गए बेकसूर मुस्लिम नौजवानों के मुकदमों के तेजी से निपटारे का सवाल। मुस्लिम नौजवानों की भर्ती का सवाल हो या फिर मुस्लिम आबादी बहुल जिलों में मुस्लिम डीएम व एसपी की तैनाती अथवा सुरक्षा बलों में मुसलमानों की भर्ती का मुद्दा हो। इन सारे सवालों के जवाब तो प्रदेश सरकार को देने ही होंगे।
उन्होंने कहा कि गाजियाबाद के डासना मसूरी में जिन छह सात बच्चों को गोली मारी दी गयी थी अब उन बच्चों के परिजनों को ही नोटिस भेजे जा रहे हैं, उन्हें परेशान किया जा रहा है। इसी तरह हाल ही में आजमगढ़ में जो बवाल हुआ, उसमें जिला प्रशासन का रवैया बहुत ही खराब रहा। मौलाना बुखारी ने बताया कि मुलायम सिंह यादव ने उन्हें आश्वस्त किया है, इसलिए वह अब आगामी 24 मई को पूर्व घोषित लखनऊ में होने वाली अपनी प्रेस कान्फ्रेंस नहीं करेंगे। दस बारह दिनों बाद उनकी मुलायम से फिर बातचीत होगी।