एक ऐसे समय में जब आगे रेट कट (दर कटौती) की गुंजाइश सीमित हो, निवेशक शॉर्ट-टर्म फंड की ओर देखते है. ऐसा, वे अल्प अवधि के कारण और आय स्थिरता के साथ ही ज्यादा रिटर्न के लिए करते है.
ऐसा ही एक फंड है, यूटीआई शॉर्ट टर्म इनकम फंड. इसका लक्ष्य मुद्रा बाजार प्रतिभूतियों वाले पोर्टफोलियो से कम जोखिम व उच्च तरलता के साथ उचित रिटर्न उत्पन्न करना है. यह 4 साल की परिपक्वता अवधि के साथ ऋण की उच्च गुणवत्ता वाला फंड है. यह फंड उच्च क्रेडिट गुणवत्ता और पोर्टफोलियो विविधीकरण को महत्व देता है.
सुधीर अग्रवाल, यूटीआई शॉर्ट टर्म इनकम फंड के फंड मैनेजर कहते है कि आरबीआई द्वारा पिछले 15 महीनोँ में 150 बीपीएस की कटौती और अगले 3 से 6 महीनों में ब्याज दरों में कटौती की गुंजाइश सीमित है. फिर, आरबीआई द्वारा तरलता में कमी के लिए कदम उठाए जाने की उम्मीद के कारण हम मानते है कि अगले कुछ महीनोँ में यील्ड कर्व बढेगा. इसलिए, निवेशक को चाहिए कि वे शॉर्ट-टर्म इनकम फंड पर फोकस करे क्योंकि ये फंड कम गतिशीलता के साथ उच्च रिटर्न देते है. हम निवेशकों को 1 से 3 साल के निवेश के लिए हमारे शॉर्ट टर्म इनकम फंड को अपनाने की सलाह देते है. इस फंड में उच्च उपार्जन आय के अलावा, निवेशकों को पूंजी में बढ़ोतरी भी मिल सकती है यदि अगले 3 से 6 महीनों में दर में कटौती होती है.