नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी ने आज दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री संबंधी जानकारी मांगने वाले आरटीआई आवेदन को दिल्ली विश्वविद्यालय ने तकनीकी कारण बताते हुए वापस लौटा दिया है।
‘आप’ नेता संजय सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय की ओर से भेजे गए पत्र में कहा गया है कि आरटीआई आवेदन पत्र के साथ दिया गया 10 रुपए का पे-ऑर्डर ‘दिल्ली विश्वविद्यालय पंजीयक’के पक्ष में नहीं बना हुआ था।
सिंह ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय ने हमारा आरटीआई आवेदन वापस भेज दिया क्योंकि 10 रुपए का पे-ऑर्डर दिल्ली विश्वविद्यालय के पंजीयक या लेखाधिकारी के नाम पर नहीं था। इसके लिए दिल्ली विश्वविद्यालय ने स्पीड पोस्ट पर 17 रुपए खर्च किए हैं।’
‘आप’ नेता ने दावा किया कि यह हमारे संदेह को पक्का करता है कि प्रधानमंत्री की डिग्री फर्जी और झूठी है। दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति के साथ हुई हमारी पिछली बैठक में, उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा था कि उनपर दबाव है, हालांकि बाद में वह मुकर गए।’
उन्होंने बताया कि ‘आप’ नेताओं ने नौ मई को दो आरटीआई आवेदन दायर कर मोदी की डिग्री संबंधी जानकारी मांगी थी। एक आवेदन में आप ने दो सवाल पूछे थे, जबकि दूसरे में 14 सवाल पूछे गए थे। पार्टी अब ताजा आरटीआई आवेदन दायर करेगी। बता दें दिल्ली विश्वविद्यालय पहले ही प्रधानमंत्री की डिग्री की पुष्टि कर चुका है। ‘आप’ दिल्ली विश्वविद्यालय पर मोदी की डिग्री साझा नहीं करने का आरोप लगा रहा था।