नई दिल्ली: संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू ने आज रेल बजट पेश होने से पहले विपक्षी सदस्यों को शांत करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि उन्होंने विपक्षी टीम को लेकर कोई भी अपशब्द नहीं कहे। मैं सबका सम्मान करता हूं और किसी के लिए भी कोई अपमानजक शब्द का इस्तेमाल नहीं किया।

गौर हो कि आज लोकसभा में रेल बजट पेश करने से ठीक पहले जमकर हंगामा हुआ। विपक्ष ने संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू की विपक्षी पार्टियों को लेकर की गई टिप्पणियों को लेकर विरोध जताया और नायडू के स्पष्टीकरण देने के बावजूद भी शांत नहीं हुईं। सदन में हंगामे को देखते हुए कार्यवाही साढ़े 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

दरअसल संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू की विपक्षी दलों को लेकर की गई टिप्पणियां इन दलों को नागवार गुजरीं। विपक्ष ने बजट सत्र को बाधित करने की चेतावनी दी। भूमि अधिग्रहण बिल पर हंगामे के दौरान नायडू ने संसद में कहा था कि विपक्ष आत्मावलोकन करे कि जनता ने उसे क्यों नकार दिया है। साथ ही नायडू ने विपक्षी पार्टियों सीपीआई, सीपीएम को लेकर टिप्पणी की। सीपीएम को कांग्रेस से भी बदतर बताया। इसपर विपक्ष भड़क गया और रेल बजट बाधित करने की चेतावनी दे डाली ।

नायडू ने मामले को शांत करने की कोशिश करते हुए कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात कर कहा कि मेरा किसी को चोट पहुंचाने का इरादा नहीं था। मेरा सबके प्रति सम्मान है। हम हमेशा विपक्ष का आदर करते हैं । मैंने किसी का अनादर नहीं किया। मेरा पूरा जीवन इसका उदाहरण है। इसे दिल पर नहीं लेना चाहिए।