गौतमबुद्धनगर: दिल्ली नोएडा के बाॅर्डर पर स्थित गौतम बुद्ध की मूर्ति की सामने काले अध्यादेश के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के मध्य धीरेन्द्र सिंह ने भूमि अधिग्रहण पर काला अध्यादेश वापिस होने तक संघर्ष जारी रहने की घोषणा की  जनपद गौतमबुद्धनगर, बुलन्दशहर व अलीगढ के हजारों किसानों का एक जत्था भूमि अधिग्रहण कानून 2013 पर लाये गये काले अध्यादेश के विरोध में दिल्ली स्थित जंतर मंतर जाते समय, नोएडा के सैक्टर 14 स्थित महात्मा बुद्ध की मूर्ति के पास प्रदर्शन करते हुए दिल्ली कूच कर गया। मोदी सरकार के खिलाफ किसानों में जबरदस्त आक्रोश था, सभी के हाथों में मोदी के खिलाफ नारों की पटटीयां व झंडा बैनर आदि थे। धीरेन्द्र सिंह व विभिन्न किसान संगठनों द्वारा आयोजित इस विरोध प्रदर्शन का मकसद किसानों की आवाज को संसद तक पहुॅचाना था। भटटा पारसौल के किसानों ने प्रदर्शन में कहा कि ’’अगर सरकार ने हमारी जमीन छीनने की जबरदस्ती की और इस काले अध्यादेश को नही बदला तो हमें जान देना मंजूर है, लेकिन जमीन किसी भी कीमत पर नही देंगे।”  प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे उत्तर प्रदेश कंाग्रेस के प्रवक्ता ने कहा कि ’’मामला देश के करोंडों के किसान व मजदूरों के भविष्य से जुडा हुआ है, जनभावनायें जाने बिना तथा बिना सदन में बहस कराये, इस काले अध्यादेश का केबीनेट में पास होना, मोदी सरकार की पूंजीवादी सोच को खोलकर सामने ला देता है। आज किसान की फसलों के उत्पादन मूल्य व खाद तथा बीज की उपलब्धता को भूल कर कंपनी सरकार देश के उद्योगपतियों का हित साधने में लगी हुई है। हम जंगल, जमीन और सडकों से इस काले अध्यादेश की वापसी तक लगातार विरोध करते रहेंगे।’’  किसान मजदूर संगठन के जिलाध्यक्ष चैधरी अमरपाल सिंह व किसान नेता श्री चन्द्रपाल सिंह ने भी किसानों की संबोधित किया।