लखनऊ: राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय सचिव अनिल दुबे ने उ0प्र0 सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट को निराशाजनक बताते हुए कहा है कि इस बजट से किसान, नौजवान व आम आदमी के लिए कोई भी योजना नहीं है। 

आज प्रस्तुत बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए श्री दुबे ने कहा कि बजट में जो प्रावधान किए गये हैं वह ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। उन्होने कहा कि सरकार ने सौर ऊर्जा से संचालित नलकूपों हेतु आवंटित धनराशि कम है तथा सरकार ने प्रदेश के किसानों की सिचाई माफ करने हेतु जो बजट प्रावधान किया है उसके केवल 18 प्रतिशत किसान को ही लाभ मिलेगा बाकी 82 प्रतिशत किसानों के लिए सरकार के पास न कोई बजट है न तो कोई योजना। उन्होने कहा कि अपने को किसान हितैषी कहने वाली सरकार ने गन्ना किसानों के बकाया 2700 करोड़ रूपये के लिए कोई प्रावधान करने की जरूरत नही समझी और निःशुल्क बोरिंग योजना तथा गहरी बोरिंग योजना तथा राजकीय नलकूप योजना हेतु आवंटित धन काफी कम है। सरकार को गहरी क्षेत्र मंे अन्त्योष्टि स्थल के लिए विकास के लिए 100 करोड़ के बजट के साथ यदि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में अन्त्योष्टि स्थल के विकास हेतु सरकार ने बजट प्रावधान किया होता तो बेहतर होता। श्री दुबे ने कहा कि सरकार ने बजट मंे आंकड़ों की बाजीगरी की है तथ्ज्ञा ग्रामीण क्षेत्रों मे 16 घण्टे विद्युत आपूर्ति का वादा महज कागजों पर किया गया साबित होगा क्योंकि विद्युत उत्पादन के मोर्च पर अब तक सरकार न केवल असफल रही है बल्कि उसे जन विरोधी का सामना भी करना पड़ा। उन्होने कहा कि कुल मिलाकर इस बजट मंे किसानों नौजवानों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं को निराशा ही हाथ लगी है।