भोपाल। व्यापमं भर्ती घोटाला मामले में राज्यपाल रामनरेश यादव की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। मंगलवार सुबह उनके खिलाफ धारा 120 बी के तहज एफआईआर दर्ज हो गई। आपको बता दें कि, सोमवार को जांच अधिकारी डीएस बघेल के छुट्टी पर होने से मामला दर्ज नहीं हो सका था।

जांच एजेंसी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि एफआईआर में राज्यपाल का नाम जोडऩे से पहले सभी तकनीकी पहलुओं पर जांच करने के साथ ही कानूनी सलाहकारों से भी विचार-विमर्श कर लिया गया था।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। सूत्रों के मुताबिक भोपाल में जारी विधानसभा सत्र में शामिल होने के बाद शाम को दिल्ली पहुंचे शिवराज को राजनाथ सिंह ने साफ कह दिया कि राज्यपाल रामनरेश यादव के लिए केंद्र सरकार अपने दामन पर दाग नहीं लगने देगी। राजनाथ ने शिवराज को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश भी दे दिया। शिवराज को राज्यपाल से सहानुभूति न रखने की सलाह दी गई है। इसके बाद मप्र में भाजपा के संगठन महामंत्री रामलाल और केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार के साथ पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने बैठक की। इसके बाद तीनों नेता राजनाथ के घर हुई बैठक में शामिल हुए।