लखनऊ: सप्ताहिक दीनी क्लासेस में मौलाना शबी हैदर ने जखीराअंदोजी और इसराफ के टापिक पर नौजवानों से खिताब किया ।मौलाना ने कहा कि इस्लाम में ऐसी चीजों की जखीराअंदोजी करना हराम है जिनकी वजह से मारकेट में कमीतों में बेजा बढोतरी हो और लोगों को परेशानियां पेश आएं ।आज पूरी दुनिया के साथ हमारे मुलक में भी महंगाई की एक वजह कंपनीयों का चीजों को जखीरा करना है जिसकी वजह से मातकेट में कीमतें आसमान से बातें करने लगती हैं ।इस्लाम में उसकी सख्ती सेे मुखलेफत की गई है ।समाज में जिस चीज की जरूरत होती है उसका जखीरा करना हराम है।

मौलाना ने इसराफ की तशरीह करते हुए कहा कि आज बिजली की पैदावार कम है और लोग बेजा इस्तिमाल करते हैं ।उनका कहना होता है कि हम चाहे जितनी इस्तिमाल करें लेकिन उसका बिल तो अदा करदेते हैं ।इस्लाम इस अमल को इसराफ में शुमार करता है । हर चीज का जरूरत से जियादा इस्तेमाल और ख्सर्च करना और बिजली ,पानी ,खाना ,बल्ब की रोशनी इसराफ में शुमार की जाती है और रसूले इस्लाम ने भी फरमाया है कि कारे ख्ैार में इसराफ सही नहीं है वहीं कुरआन में कई जगहों पर इसका हुक्म मौजूद है जेसे कुरआन में है कि खाओ पीयो मगर इसराफ मत करो ।इसके इलावा मौलाना ने नौजवानों को रोजमर्रा की जिन्ंदगी में पेश आने वाले मसाइल पर भी गुफ्तगु की ।दूसरा दरस मौलाना इस्तिेफा रजा ने दिया ।