लखनऊ: उत्तर प्रदेश को 13वें वित्त आयोग की अवधि के अन्तर्गत अप्रैल, 2013 से मार्च, 2014 तक अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में क्षमता परिवर्धन के लिए पुरस्कृत किया गया है। यह पुरस्कार इस अवधि में अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में 230 मेगावाट क्षमता का परिवर्धन मुख्यतः बायो ऊर्जा के क्षेत्र में करने के लिए प्रदान किया गया है। 

यह जानकारी देते हुए आज यहां राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश को यह पुरस्कार देश की राजधानी नई दिल्ली में चल रहे प्रथम रिन्यूवेबल एनर्जी ग्लोबल इन्वेस्टर मीट एवं एकस्पो के दौरान प्रदान किया गया। इन्वेस्टर्स मीट में प्रदेश का प्रतिनिधित्व ऊर्जा राज्यमंत्री श्री यासिर शाह, प्रमुख सचिव अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत श्री जीवेश नन्दन, निदेशक यूपीनेडा डाॅ0 काजल द्वारा किया गया। 

ज्ञातव्य है कि नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्त्म्क्। (इरेडा), सी0आई0आई0 एवं फिक्की के सहयोग से दिनांक 15 से 17 फरवरी, 2015 तक अक्षय ऊर्जा क्षेत्र को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रथम रिन्यूवेबल एनर्जी ग्लोबल इन्वेस्टर मीट एवं एकस्पो का आयोजन नई दिल्ली में किया जा रहा है। इस मीट में अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में कार्यरत विभिन्न राज्यों की नोडल एजेन्सियों के प्रतिनिधियों के अतिरिक्त राष्ट्रीय एवं अन्र्तराष्ट्रीय स्तर पर अक्षय ऊर्जा स्रोतों के क्षेत्र में कार्यरत प्रमुख प्रतिष्ठानों, विकासकर्ताओं, निर्माताओं, उद्यमियों, फर्मांे, वित्तीय संस्थानों, बैंकरों आदि द्वारा भाग लिया जा रहा है। प्रथम रिन्यूबल ग्लोबल इन्वेस्टर मीट का उद्घाटन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किया गया। 

उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री द्वारा उन राज्यों, जिनके द्वारा 13वें वित्त आयोग की अवधि के अन्तर्गत अप्रैल, 2013 से मार्च, 2014 तक अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में क्षमता परिर्वधन किया गया है, को शील्ड एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया है।