लखनऊ। “डाॅ0 लोहिया के समाजवादी सपनों का गला घोटने पर अमादा हैं सूबे के मुखिया” यह आरोप लगाते हुये राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान ने कहा कि समाजवादी होने का ढोंग  करने वाली सपा सरकार ने पहले से बेहाल पड़ी प्राइमरी शिक्षा में सुधार नहीं किया बल्कि दोहरी नीति लागू करके शिक्षा के क्षेत्र में भी समाज को दो भागों में बांटने का काम किया है। उन्होंने कहा कि गरीब बच्चों की अनदेखी करते हुये सिर्फ अफसरों के बच्चों के लिए नये संस्कृति स्कूल का शिलान्यास  करना अमीरी और गरीबी की खाई को बढ़ाना है।

चौहान  ने कहा कि डाॅ0 लोहिया का मानना था कि अगर प्राइमरी में भी अधिकारियों और मंत्रियों के बच्चे शिक्षा ग्रहण करेंगे तो प्राइमरी में भी शिक्षा के स्तर में सुधार अवश्य  होगा और गरीबों के बच्चों को भी हाॅयर एजूकेशन  में पहुंचने का मौका मिलेगा परन्तु सपा सरकार ने उनके सपनों के साथ खिलवाड़ किया है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा शिक्षण प्रणाली में ऐसी व्यवस्था लागू करना दोहरे चरित्र को उजागर करता है। सरकार को समानता की ऐसी नीति लागू करनी चाहिए थी जिसमें अफसरों के साथ साथ गरीब जनता के बच्चे भी आसानी से शिक्षा ग्रहण कर सकते।

चौहान ने कहा कि जिस प्रकार से सूबे की जनता ने अपना अमूल्य मत देकर सपा सरकार को सत्ता सौपी उसी प्रकार से प्रदेश के मुख्यमंत्री को बिना पक्षपात किये तथा स्वार्थ हित का त्याग करते हुये षिक्षण व्यवस्था में समान नीति लागू करके गरीब जनता के लिए भी शिक्षा के नये तथा सुलभ रास्ते तैयार करने चाहिए जिससे समाज में शिक्षा के स्तर में सुधार हो सके।