लखनऊ:  भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के दुलारे पुलिस अफसरों की काबिलियत की कलई खुल चुकी है। लखनऊ के एसएसपी यशस्वी यादव ने अपनी काबिलियत के अनुसार ही गौरी हत्याकांड का खुलासा किया है।

प्रदेश पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि महाराष्ट्र कैडर का जो पुलिस अधिकारी पहले से ही दागी हो जिसे कोर्ट के आदेश के बाद कानपुर के एसएसपी पद से हटाया गया हो उससे और कैसे खुलासे की उम्मीद की जा सकती है। अगर एसएसपी ने विधि छात्रा गौरी की हत्या का सही खुलासा किया है तो वह स्वयं सामने आकर इस पर उठ रहे सवालों का जवाब क्यों नहीं दे रहे। बचाव के लिए हत्या में प्रयोग की गई जैसी आरी से भैंस की हड्डी काटने का वीडियो जारी करवा रहे हैं, क्या तफ्तीश ऐसे ही होती है? 

प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जरा भी महिलाओं की सुरक्षा के प्रति गंभीर हैं तो उन्हें जरा भी देर किए इस भीषणतम और जघन्य अपराध की सीबीआई जांच का आदेश दे देना चाहिए ताकि उन रहस्यों से पर से पर्दा उठ सके जिन पर एसएसपी यशस्वी यादव और उनकी टीम छिपाना चाहती है।

प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि यह बड़ा दुखद है कि दुख की घड़ी में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को गौरी के परिवार वालों के साथ खड़ा होना चाहिए था लेकिन वह अपने दुलारे अफसरों की कारगुजारियों का बचाव कर रहे हैं। प्रदेश की जनता का यूपी के पुलिस व्यवस्था से विश्वास उठ चुका है और इसे बहाल करने के लिए मुख्यमंत्री को जातिवाद से ऊपर उठ कर सक्षम पुलिस अधिकारियों के हाथों सूबे की कानून व्यवस्था सौंपनी चाहिए।