मांझी करेंगे विधानसभा भंग करने की सिफारिश 

पटना। बिहार मे सत्ताधारी जनता दल यूनाइटेट में चल रही उठापटक के बीच शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को विधायक दल का नेता चुना गया है। वहीं, मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी से मिलकर विधानसभा भंग करने की सिफारिश करेंगे। 

इससे पहले, विधानसभा को भंग करने के मुद्दे पर शनिवार को जीतर राम मांझी मंत्रिमंडल दो खेमों में बट गया और सात मंत्रियों को छोड़ कर शेष मंत्रियों ने बैठक का बहिष्कार किया। मुख्यमंत्री के सरकारी आवास, एक अणे मार्ग में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह ने विधानसभा कों भंग करने के लिए जीतन राम मांझी को अधिकृत करने का प्रस्ताव दिया। 

इसका शिक्षा मंत्री वृषिण पटेल, ग्रामीण विकास मंत्री नीतीश मिश्रा, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री महाचंद्र प्रसाद सिंह, उद्योग मंत्री भीम सिंह, विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी मंत्री शाहिद अली खान, कला संस्कृति मंत्री विनय बिहारी ने समर्थन किया, जबकि 22 मंत्रियों ने प्रस्ताव का विरोध करते हुए बैठक का बहिष्कार किया।

बैठक में इस बात को लेकर हंगामा भी हुआ। बैठक मे नीतीश और मांझी समर्थक आपस में भिड़ पड़े। वहीं, नीतीश समर्थक मंत्री राज्यपाल से मुलाकात करेंगे। माना जा रहा है कि मांझी अपने पद से जल्द इस्तीफा दे देंगे जिसके बाद नीतीश पुन: प्रदेश की कमान अपने हाथों में ले लेंगे। 

नीतीश समर्थक मंत्रियों ने कहा कि मांझी के प्रस्ताव को दो तिहाई मंत्रियों ने अपना समर्थन नहीं दिया है जिससे यह खारिज हो गया है और इसे राज्यपाल के पास नहीं भेजा जा सकता। और विधायक शाम चार बजे मुलाकात करेंगे जिसमें आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। 

इस बीच, बिहार के सतारूढ़ जनता दल (युनाइटेड) में चल रहे सत्ता संघर्ष के बीच पार्टी नेतृत्व से बागी हो चुके मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने उनके आवास पहुंचे। 

पटना में 7, सर्कुलर रोड स्थित नीतीश के सरकारी आवास पर मांझी करीब 11 बजे पहुंचे। मांझी के पहुंचने के पूर्व पार्टी अध्यक्ष शरद यादव भी नीतीश के आवास पहुंचे थे। इन नेताओं के बीच करीब एक घंटे तक बातचीत हुई। हालांकि, मुलाकात में कोई नतीजा नहीं निकला। 

नीतीश से मिलने के बाद मांझी बाहर निकले परंतु पत्रकारों से कोई बात नहीं की। इसके पूर्व बिहार के मंत्री नरेन्द्र सिंह मुख्यमंत्री से मिलकर नीतीश के आवास पहुंचे थे।

श्रम मंत्री दुलाल चंद गोस्वामी ने भी शनिवार सुबह मुख्यमंत्री से मुलाकात की। मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा, नीतीश और मांझी का मिलना पार्टी के लिए शुभ संकेत है। दोनों नेता कोई समाधान निकाल सकते हैं। गौरतलब है कि पार्टी के अध्यक्ष शरद यादव द्वारा चार बजे पार्टी विधानमंडल दल की बैठक बुलाई गई है।