लखनऊ: पिछड़ा समाज महासभा ने मुस्लिम दलाल नेताओं व उल्मा को मुस्लिमों की एकता के लिए बाधक बताया है। अब वक्त आ गया है कि जब मुस्लिम इन दलाल नेताओं व उल्माएं सु का सामूहिक बहिष्कार करने के साथ ही साथ इन लोगों को हर चौराहे पर बेईज्जत किये जाने का अभियान चलायेगा महासभा। यह जानकारी आज यहां जारी एक प्रेस वक्तव्य में महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एहसानुलहक मलिक ने दी।

मलिक ने यह भी कहा कि देश के मुस्लिमों को यहां ये दलाल नेताओं व उल्माएं सु ने 68 वर्ष तक विभिन्न पार्टियों के हाथों केवल मुस्लिमों को बेचने का सौदा किया और इन सभी के पास करोड़ों रूपये की सम्पत्ति है जबकि मुस्लिम फटेहाल जिंन्दगी जी रहा है। कभी भी यह लोग इनके आर्थिक समाजिक, शैक्षिक राजनीतिक रूप से मुस्लिम समाज को आगे बड़ने नही दिया अब जब मुस्लिम एकजुट हो रहा है और इनकी ठेकेदारी जा रही तो मुस्लिमों को गुमराह करने के लिये तरह-तरह के हथकडे अपना रहें है। अब मुस्लिम समाज अब इनके हथकडे को अच्छी तरह से समझ चुका है अब इनकी औकात हर चौराहे  पर बतायेगा ये लोग कौम के साथ-साथ देश के विकास के लिये नासूर है। इन नासूरों के जड़ों में मट्ठा डालने का काम देश की जनता करें। ताकि इन नासूरों से छुटकारा पाया जा सकें।

मलिक ने दिल्ली के जामा मस्जिद के इमाम इमाम बुखारी पर आरोप लगाया कि ये विदेशी एजेंट है, भारत सरकार को इसकी उच्चस्तरीय जांच करानी चाहियें ताकि सच्चाई सामने आ सकें और देश की जनता भी जान सकें। बुखारी मुस्लिम समाज के साथ-साथ देष व समाज द्रोही भी है क्योंकि ये हिन्दु, मुस्लिम, सिख, ईसाइ के एकता में बाधक है। उन्होंने राष्ट्रपति से अपील की है कि देशहित  व जनता के हित में बुखारी को देश के बाहर किया जाये और इनकी उच्चस्तरीय जांच कराई जाये तथा चल-अचल सम्पत्ति को जब्त किया जायें। मलिक ने यह भी कहा कि यदि केन्द्र सरकार बुखारी के खिलाफ कठोर कार्यवाही नही करती है तो महासभा आन्दोलन चलायेगा। मलिक ने सभी लोगों से अपील की ऐसे दलाल नेताओं ओलमा से सतर्क रहे इनके बहकावे में न आये।