लखनऊ:  विश्व के सबसे कठिन माने जाने वाले प्रतियोगी एग्जाम  ऑल इंडिया पोस्ट ग्रैजुएट मेडिकल एंट्रेंस एग्जामिनेशन  के स्टूडेंट्स  के लिए दिल्ली अकादमी ऑफ़ मेडिकल साइंस ने अपने इंदिरानगर स्थित  सेंटर पर  सेटलाइट के माध्यम से  वेबिनार का आयोजन किया। जिसके लिए टेक्नोलॉजी के जरिये सस्थान को सीधा दिल्ली से कनेक्ट किया गया था।  एक बड़ी स्क्रीन के जरिये  एमबीबीएस छात्रों ने वेबिनार में पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एंट्रेंस के टिप्स दिए गए । 

 दिल्ली अकादमी ऑफ़ मेडिकल साइंस के  मैनेजिंग डायरेक्टर  और एम्स के पोस्ट ग्रेजुएट एग्जाम के पूर्व टॉपर डा. सुमेर सेठी ने छात्रों को एआईपीजीएम एग्जाम  में  सफल होने  के टिप्स दिए। डा. सुमेर सेठी ने बताया कि एआईपीजीएमई की परीक्षा कठिन नहीं हैए बस सहीं समय पर लक्ष्य. योजना  और निष्पादन की जरूरत है। तैयारी कैसे की जाए है उसका चुनाव बहुत ही जरुरी है ए किस टॉपिक को कितना तूल देना चाहिएए इसकी समझ होना बहुत ही जरुरी है। 

डा. सुमेर सेठी ने बताया की  छात्रों को मुख्य और आमतौर से दिमाग से निकल जाने वाले पॉइंट्स के नोट्स बना लेने चाहिए! नोट्स छोटी पॉकेट डायरी में बनाने चाहिए ताकि वो हमेशा छात्रों के साथ (वार्डस, राउंड्स, ऑपरेशन थिएटर्स, कैंटीन  और ट्रैवलिंग ) के दौरान रह सके।  तैयारी उचित रिवीजन के बिना एकदम अधूरी है, स्टूडेंट्स जो भी पढ़े पूरी लगन और धैर्य के साथ पड़े।  

ईमानदारी से स्वयं को प्रदर्शन के आधार पर आंके। मुश्किल टॉपिक्स पर दोबारा ध्यान देते हुए रीविजन करें। इस प्रकार देखेंगे कि मॉक टेस्ट में आपके प्रदर्शन में धीरे.धीरे सुधार हो रहा है। साथ ही आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। रोज सुबह का समय एक निर्धारित प्लानिंग के अनुसार रीविजन पर भी लगाएं। इससे याद रखने में आसानी होगी। उन्होंने कहा की संपूर्ण सिलेबस की समाप्ति और कई बार रीविजन करने के बाद ही मॉडल टेस्ट पेपर्स की शुरुआत करें। 

यह  सत्र बहुत ही संवादात्मक था जिसमे डा. सेठी  ने छात्रों के  अनेको सवालो  और संदेहो को दूर किया! वेबिनार की समाप्ति पर उन्होंने कहा की  कुछ छात्र सिर्फ सफलता के सपने देखते है  जबकि जिन्हे सफल होना होता है, वह उठते है और सफलता को प्राप्त करने के लिए प्रयत्न करते है !