लखनऊ। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) समेत छह वाम दलों ने गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के रुप में अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा के भारत आगमन के खिलाफ आज जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान वामपंथी कार्यकर्ताओं ने मार्च निकाला और ‘ओबामा गो बैक’ के नारे लगाये। 

राजधानी लखनऊ में परिवर्तन चौक से हजरतगंज होते हुए जीपीओ तक मार्च निकाला गया। मार्च में भाकपा (माले), माकपा, भाकपा, फारवर्ड ब्लाक और एसयूसीआई (सी) के कार्यकर्ता शामिल हुए। गांधी प्रतिमा पर हुई सभा में वामपंथी नेताओं ने गणतंत्र दिवस पर ओबामा को मुख्य अतिथि बनाने के नरेंद्र मोदी सरकार के फैसले की जमकर आलोचना की।

उनका कहना था कि गणतंत्र दिवस पर भारतीय संविधान के लागू होने से भारत को संप्रभुता और इसके नागरिकों को आजादी व अधिकार मिले, लेकिन मोदी सरकार ने उस दिन एक ऐसे देश के राष्ट्राध्यक्ष को मुख्य अतिथि के रुप में आमंत्रित किया है, जो दुनिया के तमाम देशों की संप्रभुता को नष्ट करने का दोषी है।

इसके अलावा, वक्ताओं ने आरोप लगाया कि केंद्र की मोदी सरकार अमेरिकी दबाव में काम कर रही है और उसके इशारे पर देशी-विदेशी बड़े पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए देश के आंतरिक कानूनों में अध्यादेश के जरिये जनविरोधी बदलाव कर रही है।

भाकपा (माले) के राज्य सचिव रामजी राय ने इलाहाबाद में सिविल लाइन से निकाले गये संयुक्त मार्च में हिस्सा लिया। गाजीपुर, देवरिया, भदोही, सोनभद्र समेत तमाम जिलों में विरोध कार्यक्रम हुए।