नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि पाकिस्तान में मौजूद आतंकवाद के ‘सुरक्षित ठिकाने’ स्वीकार्य नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मुंबई आतंकवादी हमले के गुनहगारों को सजा जरूर मिलनी चाहिए।

ओबामा ने एक पत्रिका को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि मैंने स्पष्ट कर दिया है कि अमेरिका आतंकवाद से निपटने के लिए पाकिस्तान के साथ मिलकर काम करता है, इसलिए उसे पाकिस्तान में मौजूद सुरक्षित आतंकवादी ठिकाने स्वीकार्य नहीं हैं। मुंबई आतंकवादी हमले के गुनहगारों पर कानूनी कार्रवाई जरूर होनी चाहिए। ओबामा का यह साक्षात्कार पत्रिका के आगामी संस्करण में प्रकाशित होगा।

ओबामा का तीन दिवसीय भारत दौरा रविवार से शुरू हो रहा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति होने के नाते मैंने यह सुनिश्चित किया है कि आतंकवाद विरोधी जंग के मामले में अमेरिका निर्दयी रहे। यह एक ऐसी लड़ाई है, जिसमें भारतीय व अमेरिकी एकजुट हैं।

उन्होंने कहा कि अमेरिका में 11 सितंबर, 2001 को हुए आतंकवादी हमले में मारे गए लोगों में भारतीय शामिल थे और 26 नवंबर, 2008 को मुंबई में हुए आतंकवादी हमले में मारे गए लोगों में अमेरिकी नागरिक भी शामिल थे।

पाकिस्तान ने गुरुवार को मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद की अगुवाई वाले आतंकवादी संगठन जमात-उद-दावा व सईद की विदेश यात्राओं पर रोक लगा दी। ओबामा ने साक्षात्कार में कहा कि अपने पहले भारत दौरे पर मेरा पहला पड़ाव ताज होटल के मेमोरियल में पीड़ितों को श्रद्धांजलि देना, उत्तरजीवियों से मिलना व भारतीयों को यह दमदार संदेश देना था कि हम हमारी सुरक्षा व जीवन-पद्धति के मामले में साथ खड़े हैं।