अंतरिक्ष विज्ञान और ज्योतिष के रहस्यों से छात्र हुए परिचित

लखनऊ:  एमिटी विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश के लखनऊ परिसर में चल रहे पांच दिवसीय ‘इन्सपायर इंन्टर्नशिप प्रोग्राम-2015 के प्रतिभागी छात्र-छात्राएं उस वक्त आश्चर्यचकित रह गये जब उनके सामने वैज्ञानिकों ने जादूगरी के कई करतबों की पोल वैज्ञानिक तरीके से खोली। अंधविश्वास फैलाने वाले कई चमत्कारों की व्याख्या विज्ञान के नजरिये से समझकर जहां छात्र उत्साहित थे वहीं जादूगरों द्वारा किये जाने वाले कारनामों को सीख कर रोमांचित भी हुए।

विज्ञान और तकनीकि विभाग, उत्तर प्रदेश के सहयोग से आयोजित इन्सपायर इंन्र्टनशिप कार्यक्रम के आज दूसरे दिन विज्ञान प्रश्नोत्तरी का भी आयोजन किया गया। क्वीज के दौरान भारत सरकार के विज्ञान प्रसार विभाग के वैज्ञानिक डाॅ. अरविन्द सी रानाडे ने अंतरिक्ष विज्ञान और ज्योतिष के रहस्यों से छात्रों को परिचित कराया। डाॅ. रानाडे ने एस्ट्रोनाॅमी पर आधारित पीपीटी का भी प्रदर्शन किया।

माइक्रो इलेक्ट्रानिक क्रांति और समाज पर इसके प्रभाव पर आधारित एक सत्र में बिट्स पिलानी की पूर्व वीसी डाॅ. एल.के. महेश्वरी ने माइक्रो इलेक्ट्रानिक रेवेल्यूशन की वजह से रोजमर्रा के इलेक्ट्रानिक गैजेट्स के छोटे होते आकार पर चर्चा करते हुए बताया कि वो दिन दूर नहीं जब हमारे परिधानों में ही विभिन्न जीवन रक्षक प्रणालियां जोड़ दी जायेंगी और हम अपने दिन-प्रतिदिन के बहुत सारे काम इशारांे ही इशारों में पूरे कर लिया करेंगे।

दूसरे दिन का सर्वाधिक मनोरंजक और शि़़क्षाप्रद सत्र रसायन विज्ञान के प्रयोगों का प्रदर्शन रहा। जिसमें एमिटी इंस्टीट्यूट आॅफ फार्मेसी की असिस्टेंट प्रोफेसर डाॅ. जीसान फातिमा और उनके छात्रों की टीम ने जादूगरों द्वारा दिखाये जाने वाले कई करतबों की पोल खोली। उन्होंने विभिन्न रसायनों की सहायता से क्षण भर में ही फूलों का रंग बदलने, सुनहरी बारिश कराने, गुब्बारे और नोट को बिना क्षति पहुंचाये जलाने और सेकेण्ड भर में ही बर्फ जमा देने वाले करतब करके दिखाये। इन करतबों के साथ-साथ छात्रांे को इसके पीछे छुपे विज्ञान से भी उन्होंने परिचित कराया।

पांच दिनों तक चलने वाले इस इंटर्नशिप कार्यक्रम में शहर के विभिन्न विद्यालयों के हाई स्कूल और इंटर में उच्चतम अंक प्राप्त किए हुए 249 से भी ज्यादा छात्र-छात्राएं हिस्सा ले रहे हैं।