नई दिल्ली: भाजपा में किरण बेदी को दिल्ली के लिए पार्टी की मुख्यमंत्री पद की दावेदार घोषित किये जाने के बाद से आंतरिक कलह भी सामने आ रही है। इस संदर्भ में जहां बेदी को आज कृष्णा नगर विधानसभा क्षेत्र में उग्र भीड़ का सामना करना पड़ा वहीं दिल्ली इकाई के अध्यक्ष सतीश उपाध्याय को टिकट नहीं दिए जाने से नाराज उनके समर्थकों ने यहां दिल्ली भाजपा कार्यालय पर जमकर हंगामा किया।

किरण बेदी का पूर्वी दिल्ली के कृष्णा नगर विधानसभा क्षेत्र में उनके पहले रोड शो में सही से स्वागत तक नहीं हुआ। बेदी इस सीट से किस्मत आजमा रहीं हैं, जिससे वरिष्ठ भाजपा नेता हषर्वर्धन पांच बार लगातार विधायक चुने गये हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं ने हर्षवर्धन के समर्थन में नारेबाजी की और उनकी सीट पर पूर्व पुलिस अधिकारी को खड़ा करने पर अंसतोष जताया। बाद में खुद हर्षवर्धन और सांसद महेश गिरी ने लोगों को समझाने बुझाने का प्रयास किया।

इसके अलावा रोहिणी, द्वारका तथा ओखला समेत कई जगहों पर उन लोगों के समर्थकों ने प्रदर्शन किया जिन्हें पार्टी ने टिकट नहीं दिया। ओखला से टिकट मांग रहे भाजपा नेता धीर सिंह बिधूड़ी ने टिकट नहीं मिलने पर पार्टी से इस्तीफा दे दिया।

दिल्ली भाजपा दफ्तर पर भी नाटकीय घटनाक्रम देखा गया जहां उपाध्याय ने समर्थकों को शांत करने का प्रयास किया लेकिन केन्द्रीय नेतृत्व के खिलाफ नारे लगा रहे लोग उन्हें महरौली विधानसभा सीट से टिकट देने की मांग करते रहे। पूर्व में चुनाव लड़ने का संकेत दे चुके दिल्ली भाजपा प्रमुख ने कहा कि उन्होंने शहर में चुनाव प्रचार पर ध्यान देने के लिए खुद ही चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है।

उपाध्याय ने कहा, ‘मैं सभी 70 सीट पर चुनाव लड़ना चाहता हूं। मैं पूरी दिल्ली पर ध्यान केन्द्रित करना चाहता हूं इसीलिए मैं चुनाव नहीं लड़ रहा हूं।’ अपने समर्थकों से उन्होंने कहा, ‘ये क्षणिक मुद्दे हैं। हम चाहते हैं कि किरण बेदी के नेतृत्व में पार्टी विजयी हो। हमें अरविंद केजरीवाल को हराना है। मैं पार्टी का कार्यकर्ता हूं और यह मेरी जिम्मेदारी है कि पार्टी को विजयी बनाऊं।’ उन्होंने कहा, ‘यह मेरा खुद का निर्णय है (चुनाव नहीं लड़ना) । भाजपा संसदीय बोर्ड ने मुझसे पूछा और मैंने उन्हें अपना निर्णय बता दिया।’ भाजपा का टिकट पाने की आकांक्षी शिखा राय को टिकट नहीं मिलने के विरोध में उनके समर्थकों ने भी दिल्ली भाजपा कार्यालय के सामने धरना दिया।