प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर वरिष्ठ नेताओं की बैठक 

लखनऊ:प्रदेश कंाग्रेस मुख्यालय में आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष डाॅ0 निर्मल खत्री की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई, जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी  के महासचिव-प्रभारी उ0प्र0 मधुसूदन मिस्त्री मौजूद रहे। बैठक में प्रमुख रूप से अ0भा0 कांग्रेस कार्यसमिति की वरिष्ठ सदस्यमोहसिना किदवई, कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता प्रदीप माथुर एवं विधान परिषद दल के नेता नसीब पठान, राष्ट्रीय सचिव  जुबेर खान एवं प्रकाश जोशी सहित लगभग चालीस नेतागण मौजूद रहे।

प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष डाॅ0 खत्री ने बताया कि आज की बैठक में प्रमुख रूप से कंाग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जी द्वारा भेजे गये पत्र के बिन्दुओं के संदर्भ में विचार-विमर्श किया गया। जिसमें जिलों में जाकर कार्यकर्ताओं के साथ गहराई से उन सभी बिन्दुओं पर जानकारी किया जाना है। बैठक में यह भी सुझाव प्रमुख रूप से आया है कि अब पार्टी को ‘एजीटेशन मोड’ पर आना चाहिए क्योंकि कंाग्रेस के पास अब मुद्दे बहुत से हैं। सोनिया जी द्वारा भेजे गये पत्र के संदर्भ में वरिष्ठ नेताओं को इस बैठक में एक या दो जिलों में जाकर कार्यकर्ताओं से राय लेने की जिम्मेदारी सौंपी गयी है ।उन्होने कहा कि निचले स्तर पर कार्यकर्ताओं से राय लेने की प्रक्रिया फरवरी माह के प्रथम सप्ताह में पूरी कर ली जायेगी।  

डाॅ0 खत्री ने विधान परिषद के चुनाव के सम्बन्ध में कहा कि कंाग्रेस पार्टी समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार का समर्थन करेगी। उन्होने कहा कि हमारा मानना है कि उ0प्र0 की राजनीति में भाजपा के साथ ही सपा और बसपा भी कंाग्रेस के लिए खतरनाक हैं और कंाग्रेस पार्टी की दुश्मन हैं एवं इन दलों का पनपना कांग्रेस के लिए ठीक नहीं है। विधान परिषद के चुनाव में हमारे पास पूरा संख्याबल नही है और भाजपा ने शुरू से ही दो लोगों को लड़ाने की घोषणा की थी। हम नहीं चाहते थे कि साम्प्रदायिक ताकतों को और खरीद फरोख्त को बढ़ावा न मिले, इसलिए ऐसा निर्णय तात्कालिक रूप से लिया गया। इस तात्कालिक निर्णय के प्र्रकाश में भविष्य को जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। डाॅ0 खत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश में अकेले चलेगी और प्रदेश में अपने भविष्य को और अच्छा बनायेगी।  

डाॅ0 खत्री ने कहा कि यूपीए सरकार द्वारा किसानों के हित में बनाये गये भूमि अधिग्रहण कानून में वर्तमान केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा किसान विरोधी एवं पूंजीपतियों के हक में लाये गये संशोधन अध्यादेश के खिलाफ पार्टी बड़े आन्दोलन करेगी। इस बैठक में इस बिन्दु पर भी चर्चा हुई है।