स्क्रीनिंग में अनुराग कश्यप, तिग्मांशु धूलिया, केतन मेहता व अन्य बालीवुड हस्तियां 

हाल में लान्च माइ फ्रेंच फिल्म फेस्टिवल इंडिया 2015 की शुरूआत जोरदार धमाके के साथ हुई। ओपनिंग नाइट कार्यक्रम में बालीवुड की कई हस्तियों ने ओपनिंग फिल्म राबिन कैम्पिलो की फिल्म ईस्टर्न बॉयज  की स्क्रीनिंग में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। महीने भर चलने वाले फेस्टिवल के निर्णायक मंडल के सदस्यों अनुराग कश्यप और तिग्मांशु धूलिया और केतन मेहता के अलावा मोनिका डोगरा, शारिब हाशमी, इमामुलहक, नवीन कस्तूरिया एवं कई अन्य बड़ी हस्तियों ने शिरकत की। माइ फ्रेंच फिल्म फेस्टिवल इंडिया 2015 में 20 से अधिक फ्रेंच फीचर एवं लघु फिल्मों का प्रदर्शन किया जायेगा। यह फिल्में फ्रेंच सिनेमा में कदम रखने वाले युवा निर्देशकों द्वारा बनाई गई हैं। भारत में, फेस्टिवल मुफ्त में www.halfticket.tv पर उपलब्ध होगा।

इस आयोजन को यूनिफ्रांस फिल्म्स एंड क्लाउडवाकर स्ट्रीमिंग टेक्नोलाजीस के सहयोग के फ्रेंच एम्बेसी द्वारा भारत लाया गया है। इस अवसर पर जगदीश राजपुरोहित, संस्थापक हाफटिकट टीवी ने फेस्टिवल को दर्शकों से मिले। आयोजन की मेजबानी लोकप्रिय आरजे सलिल आचार्य द्वारा की गई।

निर्णायक मंडल के सदस्य अनुराग कश्यप ने कहा, ‘‘मैं हमेशा से फ्रेंच सिनेमा एवं उसके कार्य का प्रशंसक रहा हूं। माइफ्रेंचफिल्मफेस्टिवल एक ऐसा फेस्टिवल है जोकि भारतीय दर्शकों को अद्भुत एवं अर्थपूर्ण सिनेमा देखने में सक्षम बनायेगा। Halfticket.tv  ने इस फेस्टिवल को भारत लाकर बेहतरीन काम किया है, जोकि प्रत्येक घर तक पहुंचेगा।‘‘ 

अभिनेता-निर्देशक तिग्मांशु धूलिया ने कहा, ‘‘हम फिल्मनिर्माता फ्रेंच सिनेमा को देखकर बड़े हुये हैं, मेरा मानना है कि फ्रेंच सिनेमा की प्रशंसा किये जाने का प्रमुख कारण यह है कि फ्रंास में आज भी सिनेमा को कला का रूप माना जाता है। ‘‘

जगदीश राजपुरोहित, संस्थापक, HalfTicket.tv  ने कहा, ‘‘बाजार में कई सारे फेस्टिवल मौजूद थे और इनमें से एक माइफ्रेंचफेस्टिवल भी भारतीय बाजार में निवेश का इच्छुक था। यूनिफ्रांस फिल्म, फ्रेंच एम्बेसी और फ्रेंच फिल्म बाजार का दृष्टिकोण अलग है और यही कारण है कि वे भारत आने के लिए फौरन तैयार हो गये।‘‘ निर्देशक केतन मेहता ने बताया, ‘‘यह उदारीकरण तथा बालीवुड और हालीवुड से परे सोचने का समय है। दुनिया भर में काफी समृद्ध, आकर्षक, और रोमांचक सिनेमा बनाया जा रहा है जिसे अभिस्वीकृति मिलना जरूरी है। माइफ्रेंचफिल्मफेस्टिवलइंडिया इसी दिशा में उठाया गया एक कदम है।‘‘