वाशिंगटन। अमरीका के इंस्टीट्यूट फॉर साइंस एंड इंटरनल सिक्यूरिटी (आईएसआईएस) की एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार 15 जनवरी को उपग्रह से जो हाईरेसोल्यूशन चित्र मिले हैं, उनमें यह साफ दिख रहा है कि परमाणु हथियारों में इस्तेमाल होने वाले प्लूटोनियम के उत्पादन के लिए पाकिस्तान में बनाए गए खुशाब परमाणु संयंत्र की चौथी इक ाई भी पूरी तरह तैयार हो चुकी है और उसमें काम शुरू हो गया है। चित्रों में नई इकाई की चिमनियों से धुंआ उठता भी दिखाई दे रहा है जो इस बात का सबूत है कि वहां काम हो रहा है।

पाकिस्तान के बारे में यह खबर ऎसे समय आई है जब अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा 25 जनवरी को भारत यात्रा पर जा रहे हैं। भारत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ होने वाली द्विपक्षीय बैठक में दोनों नेताओं के बीच परमाणु हथियारो के खतरों पर अहम चर्चा की संभावना है।

सूत्रों के अनुसार इसके अलावा संयंत्र परिसर के पश्चिमी हिस्से में दो और निमार्ण हो रहे हैं जो संभवत: संयंत्र की नई इकाइयां हैं। यह संयंत्र निकट ही बहने वाली एक नदी के किनारे बना हुआ है।

चिन्ता का विषय बताती है रिपोर्ट

रिपोर्ट में कहा गया है कि यदि चित्रों को प्रामाणिक माना जाए तो यह वाकई चिंता का विषय है कि पाकिस्तान फिर से परमाणु हथियार बनाने की तैयारी कर रहा है। पड़ोसी दशों से मिलने वाले किसी भी खतरे की स्थिति में वह इन हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है।

पाकिस्तान का खुशाब परमाणु संयंत्र वर्ष 1990 मे बनकर तैयार हुआ था। हालांकि पाकिस्तान हमेशा से ही इस बात का खंडन करता रहा है कि वह परमाणु हथियार बना रहा है। उसका कहना है कि शुरूआती परमाणु परीक्षणों के बाद से उसने इस पर स्वत: रोक लगा रखी है। रिपोर्ट के अनुसार 1998 के परमाणु परीक्षण के बाद पाकिस्तान ने 2000 और 2002 के बीच दो, 2006 में तीसरे और 2011 में चौथे हैवी वाटर रिएक्टर का निर्माण किया।